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अंधेरे में डूबे रहे गांव, पेयजल सप्लाई भी हुई बाधित

जिला ऊना में दो दिन से जारी बारिश राहत के साथ आफत भी लाई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 07:10 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 07:10 PM (IST)
अंधेरे में डूबे रहे गांव, पेयजल सप्लाई भी हुई बाधित
अंधेरे में डूबे रहे गांव, पेयजल सप्लाई भी हुई बाधित

जागरण टीम, ऊना/अम्ब/मैहतपुर/गगरेट/¨चतपूर्णी/मुबारिकपुर/बडूही/पिपलू/जोल/हरोली/टाहलीवाल/बहडाला : जिला ऊना में दो दिन से जारी बारिश राहत के साथ आफत भी लाई है। बारिश से जहां जिले के किसान खुश हैं, वहीं कारोबार व मूलभूत सुविधाओं पर इसका विपरीत असर पड़ा है। जिले के कई स्थानों पर सोमवार रात से बिजली गुल हो गई। इससे पेयजल की सप्लाई भी प्रभावित हुई। वहीं कड़ाके की ठंड ने भी लोगों को परेशान कर रखा है। बारिश के कारण शादी समारोहों में खलल पड़ा। लोगों को बेहतर इंतजाम करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिले भर में दो दिन में 25 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 12.2 डिग्री व न्यूनतम 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा। कड़ाके की ठंड और बारिश के कारण मंगलवार को अधिकतर लोग घरों में ही दुबके रहे। इससे बाजार सूने नजर आए, वहीं कुछ स्थानों में खेतों में जलभराव हो गया है।

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किसान के चेहरे खिले

बारिश से जिले के किसानों के चेहरे खिल गए हैं। किसान गुरमेल ¨सह, राजेंद्र कुमार, रामकुमार, हरनाम ¨सह, अजीत ¨सह, बल्लू ने बताया यह बारिश गेहूं व सरसों की फसल के लिए बेहतर है। बारिश से सब्जियों के उत्पादन में भी वृद्धि होगी। पहले बारिश न होने से किसान चिंतित थे, क्योंकि बिना सिंचाई के सब्जियां व अन्य फसलें सूखने की कगार पर पहुंच चुकी थीं लेकिन अब बारिश से इन्हें संजीवनी मिली है।

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यह बारिश फसलों में संजीवनी का काम करेगी। जिन फसलों को पानी की जरूरत थी उनकों पानी और जिन फसलों में रोग लगने की संभावना थी वे भी कम हो गई है।

मौसम व जलवायु परिवर्तन का प्रभाव फसल पर भी पड़ता है। दिसंबर में अपेक्षित सर्दी न पड़ने और बरसात न होने से रबी की फसलों गेहूं, मटर, सरसों में फुटाव व फैलाव नहीं होने से किसान ¨चतित थे।

सुरेश कुमार, कृषि उपनिदेशक, ऊना।

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इन क्षेत्रों में बिजली रही गुल

बारिश के कारण लोगों को सबसे बड़ी परेशानी बिजली की रही। अम्ब उपमंडल के लगभग एक दर्जन गांव अंधेरे में डूबे रहे। कड़ी मशक्कत के बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों ने आपूर्ति सुचारू की। सोमवार का दिन ढलने के साथ ही उपमंडल के कटौहड़ खुर्द, कटौहड़ कलां, पक्का परोह, पंजोआ लडोली और उसके साथ लगते कई गांवों में बिजली ने आंख-मिचौली शुरू कर दी। अंधेरा बढ़ने के साथ ही बिजली पूरी तरह से बंद हो गई। स्थानीय निवासी रमेश, सुरेश, अजय, अश्विनी, महक, कंचन, सुरेंद्र, विवेक, सुदर्शन ने बताया सोमवार रात को गुल हुई बिजली मंगलवार दोपहर तक भी सुचारू नहीं हो पाई। इस संबंध में बिजली विभाग अम्ब के जेई धर्मपाल ने कहा मंगलवार दोपहर तक फाल्ट को ढूंढकर ठीक कर दिया गया था। जबकि, मैहतपुर क्षेत्र में देहला, भटोली, जखेड़ा, बनगढ़, रायपुर सहोड़ा, चड़तगढ़, सासन, फतेहपुर, नगड़ा तथा रायपुर बाडे में बिजली कट रहा, जिस कारण लोग परेशान हुए। जबकि, बहडाला, जलग्रां, देहलां के ग्रामीण इलाकों में बिजली की सप्लाई प्रभावित रही। उधर उपतहसील जोल की ग्राम पंचायत अम्बेहड़ा धीरज, खरयालता, पलाहटा, मोमन्यार के गांवों में सोमवार रात 10 बजे से बाधित बिजली मंगलवार शाम तक तक भी सुचारू नहीं हो पाई थी। 33 केवी लाइन में फाल्ट के कारण यह समस्या बनी। हरोली के कई गांवों में सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक बिजली गुल रही। दूसरी ओर टाहलीवाल के तहत गोंदपुर बुल्ला, गोंदपुर, भांडियारा, दुलैहड़, पोलियां बीत, जजनी व ऊपरी इलाके के गांवों में बिजली सप्लाई बाधित रही। उधर, मुबारिकपुर मुख्य बाजार, बणे दी हट्टी में सोमवार रात को बिजली गुल हो गई थी। मंगलवार को पूरा दिन भी बिजली नहीं आई। कुछ ऐसा ही हाल बंगाणा के नारगडू, तेही, मरोट, बौट के गांवों में भी रहा। वहीं मैहतपुर सब डिवीजन के सहायक अभियंता अशोक धीमान ने कहा कि सप्लाई पीछे से बाधित थी।

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बिजली के साथ पानी की सप्लाई भी बाधित

¨चतपूर्णी की धार बेल्ट में बिजली व पेयजल सुविधाएं प्रभावित रहीं। डूहल भटवालां के कुछ गांवों में विद्युत सप्लाई मंगलवार शाम तक बहाल नहीं हो पाई थी। वहीं, अन्य गांवों में सोमवार रात भर बिजली कट रहा, लेकिन सोमवार सुबह दस बजे तक सप्लाई बहाल कर दी गई थी। बिजली के कट लगने के कारण उठाऊ पेयजल परियोजनाएं भी रात भर नहीं चल पाई, ऐसे में कई क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई भी बाधित रही। वहीं, धुसाड़ा गांव में लोग बिजली के साथ पानी को भी तरसे। बिजली न होने के कारण स्तोथर, धुसाड़ा, पलियां, ड्थवाड़ा, भलोह, सलूरी आदि में पानी की सप्लाई भी ठप रही। पंचायत प्रधान राजकुमार सहित प्रदीप कुमार, पंकज कुमार, कमल देव शर्मा, अमित कुमार, मनदीप ¨सह, संजय लठ, सुनील कुमार ने कहा गांवों की समस्या का प्रशासन स्थायी समाधान करे।

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बाजार भी रहे सूने

बारिश के कारण बाजारों भी सूने दिखे। ऊना, गगरेट, अम्ब सहित अन्य बाजारों में अधिकतर दुकानदारों ने अपनी दुकानें ग्राहक न आने की वजह से बंद रखीं। वहीं, गगरेट के वार्ड-छह में पानी की निकासी न होने की वजह से पानी जमा हो गया। इस स्थान पर बरसात के दिनों में भी पानी भरा रहता है जिसका नगर पंचायत द्वारा समय रहते कोई भी हल नहीं किया गया। दूसरी ओर हरोली-पालकवाह लोअर रोड पर बन रही पुलियों के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। यहां पर चिकनी मिट्टी डाली गई है और बारिश के कारण कई दोपहिया वाहन इसमे फंस गए। फिसलन के कारण अन्य लोगों ने धक्का लगाकर दोपहिया चालकों को निकाला। जबकि, मुबारिकपुर-दौलतपुर मार्ग में भी पानी भरने से वाहन चालकों को दिक्कत हुई।

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लगातार हो रही बारिश व सर्दी से बचाव व एहतियात बरतने की आवश्यकता है । खासकर बच्चों एवं बुजुर्गो को सर्दी से बचाव के लिए गर्म वस्त्र पहनने चाहिए तथा आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। पीने के लिए हल्का गर्म पानी प्रयोग में लाएं। संक्रमण होने पर नजदीकी अस्पताल में चिकित्सक की सलाह लेकर दवा लें।

-संजीव वर्मा, खंड चिकित्सा अधिकारी गगरेट।


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