रसूखदार के दबाव पर छोड़ा लकड़ी से भरा टिप्पर, गार्ड व बीओ निलंबित
जिला ऊना के बंगाणा क्षेत्र के तहत खुरवाई में खैर की लकड़ी से भरे टिप्पर को छोड़ने पर गार्ड व बीओ को निलंबित किया गया है।
सतीश चंदन, ऊना
जिला ऊना के बंगाणा क्षेत्र के तहत खुरवाई में खैर की लकड़ी से भरे टिप्पर को वन विभाग के गार्ड व बीट आफिसर (बीओ) ने रसूखदार व्यक्ति के दबाव पर छोड़ दिया। मामले की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को मिलने पर उन्होंने गार्ड व बीओ को निलंबित कर दिया है।
वन विभाग के बीओ ने 25 जून की शाम को खैर की लकड़ी से भरा टिप्पर पकड़ा। मामला उनके क्षेत्र का न होने के कारण उन्होंने इसे संबंधित क्षेत्र के बीओ को ट्रांसफर कर दिया। बीओ को पता चला कि खैर की लकड़ी शहर के एक बड़े रसूखदार की है। रसूखदार व्यक्ति ने अपनी राजनीतिक पहुंच और रसूख के कारण वन विभाग के गार्ड और बीओ पर दबाव बनाया। इस कारण बीओ व गार्ड ने टिप्पर को बिना जांच के ही छोड़ दिया और अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। उन्होंने इस मामले में एक पेच और डाल दिया कि खैर की लकड़ी को एक स्थानीय व्यक्ति अपनी बता रहा है। उस व्यक्ति ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि खैर की लकड़ी उसने निजी भूमि के पेड़ों से काटी है। सवाल यह है कि यदि खैर के पेड़ उस व्यक्ति की भूमि में थे तो उसने इनके लिए हमराही पर्ची क्यों नहीं बनवाई और विभाग ने अभी तक कटान की गई भूमि पर जांच क्यों नही की। स्थानीय लोगों की शिकायत पर अब मामले की जांच हो रही है।
--------------- मोछे बरामद, गाड़ी का पता नहीं
हैरत यह है कि वन विभाग ने खैर की लकड़ी के मोछे तो बरामद कर लिए लेकिन जिस गाड़ी में इन्हें ढोया जा रहा था, उसका पता नहीं चल पाया है। वन विभाग ने इसकी शिकायत पुलिस को दी है। वन विभाग के पास गाड़ी का नंबर तो है लेकिन गाड़ी नहीं है। वन विभाग ने शिकायत में कहा है कि यदि गाड़ी नहीं पकड़ी जाती है तो इसका पंजीकरण नंबर रद किया जाए।
---------- खैर के 30 मोछे बरामद कर लिए गए हैं। गार्ड व बीओ को निलंबित कर दिया है क्योंकि उन्होंने इस मामले में वैध दस्तावेज की जांच नहीं की थी।
मृत्युंजय माधव, जिला वन अधिकारी