रेलवे, एमईएस में भर्ती के लिए ऊना में करवा दी फर्जी परीक्षा
रेलवे व मिलिट्री इंजीनिय¨रग सर्विसिस में क्लर्क के पदों की भर्ती के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है।
ऊना, जेएनएन। रेलवे व मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) में क्लर्क के पदों की भर्ती के नाम पर शातिरों ने फर्जी परीक्षा करवा दी। ऊना के एक निजी होटल में बनाए परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने के लिए करीब 70 युवाओं बुलाया गया था। इनमें पंजाब के अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट से 68 युवा तथा हिमाचल के कांगड़ा से दो युवा शामिल हैं। युवाओं की समझदारी से फर्जी परीक्षा का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में लिया है, जिसकी पहचान अनिल कुमार निवासी मोहन नगर, जिला कुरुक्षेत्र, हरियाणा के रूप में हुई है। ठगी के मास्टरमाइंड समेत दो आरोपित फरार हैं।
रविवार को ऊना के निजी होटल में परीक्षा देने पहुंचे भूपिंदर सिंह पुत्र नरेश कुमार निवासी गांव घो, डाकघर सुजानपुर, तहसील व जिला पठानकोट, ललित कुमार पुत्र मदन लाल निवासी नरोट मेहरा पठानकोट, दिलबाग सिंह पुत्र तरलोक चंद निवासी गांव संतनगर, डाकघर कलरकलां, जिला गुरदासपुर पंजाब, मोहित निवासी नांगली चक्क तहसील अंदौरा जिला कांगड़ा ने बताया कि काफी समय पहले उनकी मुलाकात जालंधर निवासी जसवीर सिंह से पठानकोट में हुई थी। उसने रेलवे व एमईएस में भर्ती कराने के नाम पर उनसे लगभग 10 से 15 हजार रुपये लिए थे और विभाग में सेटिंग होने का हवाला देकर पेपर कराने की बात कही। ऐसे हुआ भंडाफोड़ रविवार को पंजाब सहित हिमाचल के विभिन्न स्थानों से युवा ऊना के निजी होटल में रेलवे तथा एमईएस की परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे। इसके लिए बाकायदा परीक्षा कराने वाले लोगों ने उन्हें रोल नंबर, परीक्षा फार्म, ओएमआर शीट्स भी बांटी। इन पर बाकायदा परीक्षार्थियों के नाम, पते व फोटो तक अंकित किए गए थे।
एक परीक्षार्थी ललित कुमार का रोल नंबर न होने पर जब उसने परीक्षा कराने पहुंचे कुरुक्षेत्र निवासी अनिल कुमार से बात की तो वह उससे उलझ पड़ा। किसी अन्य अभ्यर्थी की ओएमआर शीट पर नाम काटकर ललित का नाम भरने लगा। जब ललित ने उससे कारण पूछा तो वह उसे परीक्षा से बाहर निकालने की धमकी देने लगा। इस दौरान वहां हंगामा हो गया और ओएमआर शीट व पेपर पर दिल्ली सहित अन्य परीक्षा केंद्रों के नाम देखकर सभी परीक्षार्थियों ने हंगामा कर दिया। मामले की सूचना के बाद पुलिस थाना ऊना से प्रभारी सर्बजीत सिंह सहित पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपित अनिल कुमार को हिरासत में लिया। यहां पर पुलिस ने फर्जीवाड़े में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है। आरोपित अनिल ने बताया कि उसे केवल परीक्षा कराने के लिए 1500 रुपये के भाड़े पर बुलाया गया था। उसके साथ दो आरोपित और थे जो मौके से फरार हैं। मुख्य आरोपित जसवीर ¨सह निवासी जालंधर है।
कागजों में डीसी कॉलोनी था परीक्षा केंद्र मामले में पकड़ी गई नकली परीक्षा संबंधी सामग्री में रेलवे तथा मिलिट्री इंजीनिय¨रग सर्विसिस के नाम की ओएमआर शीट्स, रोल नंबर, परीक्षा फार्म पुलिस ने कब्जे में लिए हैं। इसमें फर्जीवाड़ा कर रहे समूह ने इन दस्तावेजों में एक ओर ऊना के डीसी कॉलोनी को परीक्षा केंद्र बनाया है, वहीं दूसरी ओर पेपरों को एक निजी होटल में कराया है। फर्जीवाड़े के शिकार 70 युवा बताए जा रहे हैं, जिनसे 10 से 15 हजार रुपये ऐंठे गए हैं।
पीर निगाह घुमाते रहे परीक्षार्थियों को परीक्षा देने पहुंचे युवाओं में पंजाब तथा हिमाचल के पढ़े-लिखे लड़के व लड़कियां शामिल थीं। अमृतसर तथा गुरदासपुर से कई युवा पिछले रोज परीक्षा देने के लिए ऊना पहुंचे तो कोई रविवार तड़के। परीक्षा से पूर्व पेपर कराने पहुंचे आरोपित सभी को पीर निगाह आदि स्थानों पर घूमाते रहे ताकि उन्हें कोई शक न हो।
पुलिस ने कुरुक्षेत्र के आरोपित अनिल को हिरासत में लेकर बयान दर्ज किए हैं। उसने मौके से अन्य दो आरोपितों के भागने की बात कही है। उसने जालंधर निवासी एक आरोपित का नाम लिया है। पुलिस ने बयानों के आधार पर प्राथमिक चरण में अनिल, जालंधर निवासी जसवीर ¨सह सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अशोक वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक, ऊना