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स्‍कूल बसों में ठूंस ठूंस कर भरे थे बच्‍चे, अभिभावकों का विधायक की मौजूदगी में हंगामा, दो वाहन जब्‍त

Dispute Against Overloading पुलिस थाना ऊना के तहत स्‍कूल बसों में ओवरलोडिंग करने पर अभिभावकों का गुस्‍सा फूट पड़ा।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 11:14 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 11:29 AM (IST)
स्‍कूल बसों में ठूंस ठूंस कर भरे थे बच्‍चे, अभिभावकों का विधायक की मौजूदगी में हंगामा, दो वाहन जब्‍त
स्‍कूल बसों में ठूंस ठूंस कर भरे थे बच्‍चे, अभिभावकों का विधायक की मौजूदगी में हंगामा, दो वाहन जब्‍त

ऊना, जेएनएन। पुलिस थाना ऊना के तहत स्‍कूल बसों में ओवरलोडिंग करने पर अभिभावकों का गुस्‍सा फूट पड़ा। बच्‍चों के अभिभावकों ने स्कूल बसों में बच्चों को ठूंस ठूंस कर भरने पर नाराजगी जताई। अविभावकों ने दो बसों को रोककर खूब हंगामा कर दिया। ये बसें स्थानीय एक प्रमुख निजी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल की थीं। इन बसों में बच्चो को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। नाराज अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही अविभावकों ने ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक सतपाल रायजादा को फोन कर इस मामले को उच्च स्तर पर उठाने के लिए मौके पर बुला लिया।

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विधायक सतपाल रायजादा ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर ओवरलोडिंग करने वाले स्‍कूल प्रबंधन पर कार्रवाई करने को कहा। विधायक के दखल के बाद यातायात पुलिस मौका पर पहुंची और दोनों बसों के दस्तावेज जांचने के बाद बसों को जब्त कर लिया। वहीँ बसों में सवार बच्चों को स्कूल से अन्य तीन बसें मंगवाकर उसमें भेजा गया। विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कुछ समय पहले कांगड़ा के नूरपुर में एक बड़ा हादसा पेश आया था, जिसके बावजूद सरकार और प्रशासन सबक नहीं ले रहे हैं। विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि समाज का दायित्व बनता है कि अगर बसों में इस तरह बच्चों को ले जाया जा रहा है तो तत्काल उनके खिलाफ आवाज उठाएं।

आरटीओ ने लिया संज्ञान

इस मामले में आरटीओ ने भी कड़ा संज्ञान लिया है और ज़िले में स्कूल बसों में ओवरलोडिंग के मामलों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आरटीओ एमएल धीमान का कहना है कि इस मामले में अभियान शुरु किया जाएगा। सभी स्कूलों को पहले भी निर्देश दिए गए थे। इन स्कूलों को परिवहन विभाग की गाइडलाइंस का पालन करना होगा। अविभावकों का आरोप है कि जो बस 40 सीटों की है उसमें 50 से 55 बच्चे कैसे बैठ सकते हैं। प्रदेश में हुए बस हादसों से स्कूल प्रबंधकों को सबक लेना चाहिए।

गाइडलाइन का कर रहे पालन : स्‍कूल प्रबंधन

उधर संबंधित स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वे परिवहन महकमे की गाइडलाइंस का पालन करते हैं। कभी एक बस से लेट होने पर कभी बच्चे किसी दूसरी बस में चढ़ जाते हैं।


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