साढ़े सात हजार श्रद्धालुओं ने टेका माथा
उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चितपूर्णी में शारदीय नवरात्र की सप्तमी का दिन भी फीका रहा।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चितपूर्णी में शारदीय नवरात्र की सप्तमी का दिन भी फीका रहा। अपेक्षानुरूप श्रद्धालु नहीं पहुंचे। मात्र साढ़े सात हजार श्रद्धालुओं ने ही मां की पावन पिडी के दर्शन किए। शाम चार बजे तक 24 घंटे में दर्शन पर्ची काउंटर पर 10,288 पर्चियां श्रद्धालुओं द्वारा ली गई।
हालांकि मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की संख्या के मद्देनजर इंतजाम करके रखे थे, लेकिन औसत से भी कम भक्त दरबार में पहुंचे। मुख्य बाजार और मंदिर परिसर पूरा दिन सूना-सूना सा नजर आया। सप्तमी वाले दिन मां के दरबार में श्रद्धालुओं की खूब रौनक रहती है, लेकिन इस बार हालात बदले हुए नजर आए।
श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को बढ़ती महंगाई से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बार अगर दो नवरात्र को छोड़ दिया जाए तो भक्तों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।
मंदिर अधिकारी हरि सिंह ने बताया कि इन नवरात्र में पंजाब सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और दिल्ली से श्रद्धालु भी मां के दरबार में पहुंचते रहे हैं, जबकि इस बार उनकी संख्या कम हुई है। बावजूद मंदिर न्यास ने व्यापक इंतजाम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कर रखे हैं। व्यवस्था को बनाए रखने में मेला प्रशासन की टीम दिन-रात मेहनत कर रही है।
--------------
छह नवरात्र में चढ़ा 46.73 लाख रुपये का चढ़ावा
शारदीय नवरात्र मेले के पहले छह नवरात्र तक श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में 46,73, 269 रुपये का नकद चढ़ावा भेंट किया है। छठे नवरात्र को भक्तों ने 7,03,662 रुपये का चढ़ावा चढ़ाया। मंदिर कार्यालय के मुताबिक 7 ग्राम सोना, 759 ग्राम चांदी, 11 यूएसए डॉलर, 20 आस्ट्रेलिया डॉलर और 10 यूएई दिराम भी श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में अर्पित की हैं।