अब गणित विषय से नहीं लगेगा डर, खेल-खेल में फॉर्मूले सीखेंगे बच्चे
संपर्क फाउंडेशन के साथ शिक्षा विभाग की अनोखी पहल प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट तरीके से पढ़ाई होगी, शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण।
ऊना, राजेश डढवाल। छोटे-छोटे बच्चों को प्रभावशाली तरीके से गणित समझाने के लिए अब प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट तरीके से पढ़ाई होगी। शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही संस्था संपर्क फाउंडेशन ने इसके लिए एक अनोखी किट तैयार की है। जिसे डाइट सेंटर देहलां के माध्यम से तमाम गणित के शिक्षकों के बीच वितरित किया जाएगा। यह किट फाउंडेशन द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।
छात्रों के लिए यदि सबसे कठिन विषय की बात करें तो वह गणित है। सरकारी स्कूलों में गणित की पढ़ाई की नींव ही कमजोर हैं। प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में गणित की पढ़ाई प्रभावशाली ढंग से नहीं होने से बड़ी कक्षाओं में यह विषय छात्रों को भारी पड़ता है। अब इस समस्या को दूर करने के लिए प्राथमिक स्कूलों में पहली से तीसरी तक गणित की पढ़ाई को स्मार्ट बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए गणित के शिक्षकों को विशेष प्रकार का किट दिया जाएगा।
यह किट कोर्स की पढ़ाई से संबंधित सहायक उपकरणों से भरा हुआ है। किट के माध्यम से शिक्षक बच्चों को आसानी से जमा-घटाना, त्रिकोण, चतुर्भुज जैसी आकृति समझा सकते हैं, जिससे विषय ज्ञान में रुचि बढ़ेगी।
विशेष किट में यह सामान होगा शामिल
अंग्रेजी विषय की किट में शब्दों के सही उच्चारण के लिए एक वॉयस बॉक्स होगा। इसकी मदद से विद्यार्थियों को शब्दों को बोलना सिखाया जाएगा। रोचक पुस्तकें और कुछ विजुअल सीडी भी दी जाएगी। गणित विषय की किट में गणित माला, पैटर्न ब्लॉक, राउंड और स्क्वेयर काउंटर, इकाई दहाई सिखाने के लिए सामान, बेस टेन ब्लॉक, समय के बारे में सिखाने के लिए एक घड़ी किट में शामिल होगी।
कब और कहां होंगी क्लासें
बच्चों को कठिन लगने वाले गणित विषय को कैसे रुचिकर रोमांचक बनाना है, इसके तरीके सिखाने के लिए बुधवार से प्राथमिक शिक्षकों की छह दिवसीय पाठशाला खंडस्तर पर होगी। इसके तहत पहले 26 सितंबर से पहली अक्टूबर तक विभिन्न खंडों में विशेषज्ञों द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद तीन से आठ तक सभी छह खंडों के चुनिंदा प्राथमिक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान संपर्क फाउंडेशन भी शिक्षण में सहयोग करेगी। कार्यक्रम शेड्यूल को लेकर उच्च शिक्षा निदेशालय से ऊना डाईट सेंटर को एक पत्र प्राप्त हुआ है। इस कार्यक्रम के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश भेज दिए गए हैं।
पढ़ाई का वर्तमान तरीका गणित को बना देता है कठिन
गणित विषय को रुचिकर बनाने के लिए समय-समय पर शिक्षा निदेशालय नई योजनाओं को लागू कर रहा है। सभी प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को गणित के सरल तरीकों के लिए प्रशिक्षण दिया जाना है ताकि प्राथमिक स्तर से ही विद्यार्थियों को गणित के आसान तरीके सिखाए जाएं। ऐसे में विद्यार्थियों के मन से गणित का डर कम हो जाएगा।
गणित विषय अरुचिकर नहीं है लेकिन इसको पढ़ाने का जो वर्तमान तरीका है, उसके कारण यह विषय बच्चों को बेहद कठिन लगता है। अब तक गणित पढ़ाने के लिए बैंकिंग प्रोग्र्रांमग मॉडल ऑफ लर्निंग का तरीका अपनाया जाता रहा है, जो रट्टे पर आधारित है। इस प्रकार के तरीके से बच्चों को गणित की बारीकियां समझ नहीं आती। रट्टा लगाने के कारण विद्यार्थी का गणित विषय के प्रति ज्ञान भी अस्थायी होता है, इसलिए वर्तमान में शिक्षण के लिए सृजनात्मक मॉडल पर जोर दिया जा रहा है, जिसके तहत बच्चे विभिन्न गतिविधियां करते हुए विषय को सीखते हैं।
किट में मौजूद सहायक सामग्री ऐसे होगी उपयोगी
’नंबर लाइन (गिनतारा) : इस उपकरण के माध्यम बच्चों को गिनती सिखाई जाएगी। जमा-घटना जैसा सामान्य गणित भी इससे सिखाया जाएगा।
’ प्ले-मनी (नकली नोट) : यह खेलने वाला नकली नोट है, जिसके माध्यम से बच्चों को अंक गणित आसानी से समझाया जाएगा। इसके अतिरिक्त जमा- घटाना भी सिखाया जाएगा।
’ काउंटर्स : यह विभिन्न प्रकार की आकृतियां हैं, जिसे आसानी से ब्लैक बोर्ड पर चिपकाया और निकाला जा सकता है।
’ बेस्ट टेन ब्लॉक : स्थानीय मान समझाने के लिए इस सहायक उपकरण को किट में शामिल किया गया है। इससे बच्चे इकाई, दहाई और सैकड़ा आसानी से समझ सकेंगे। इतना ही नहीं घरेलू परिवेश में उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुओं के माध्यम से वृत्त का आकार समझाने के लिए उन्हें थाली, सिक्का, घड़ी का उदाहरण दिया जाएगा।
जिला डाईट सेंटर में कार्यक्रम का शेड्यूल आया है जिसमें विभिन्न खंडों में मास्टर ट्रेनर शिक्षकों को गणित विषय बच्चों में कैसे और रुचिकर कर हो सकता है, इसकी ट्रेनिंग खंड स्तर पर होगी। इस बीच प्रदेश में शिक्षा प्रसार पार्टनर संपर्क फाउंडेशन डाईट सेंटर में अपने विशेषज्ञों के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा। साथ ही फाउंडेशन गणित के अध्यापकों को निशुल्क किट भी देगा।
जंगबहादुर, प्रवक्ता (कोआर्डिनेटर ) डाइॅट सेंटर ऊना