बनगड़ सुधार गृह में कैदियों ने सीखा प्राणायाम
जिला के बनगड़ कस्वे में स्थित उप-सुधारागृह में विश्व प्रसिद्ध संस्था दि आर्ट ऑफ लिविग द्वारा कैदियों के लिए विशेषप्रि•ान स्मार्टका आयोजन किया गया।श्रीश्री रविशंकर के 63वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय इस शिविर में कैदियों ने विश्व प्रसिद्ध सुदर्शन क्रिया का अनुभव किया। शिविर का संचालन कर रही आर्ट ऑफ लिविग प्रशिक्षिका पूजा डोगरा
जागरण संवाददाता, ऊना : जिला के बनगड़ कस्बे में स्थित उप सुधारगृह में विश्व प्रसिद्ध संस्था द आर्ट ऑफ लिविग द्वारा कैदियों के लिए विशेष 'प्रिजन स्मार्ट' का आयोजन किया गया। श्रीश्री रविशंकर के 63वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय इस शिविर में कैदियों ने सुदर्शन क्रिया का अनुभव किया। शिविर का संचालन कर रही आर्ट ऑफ लिविग प्रशिक्षिका पूजा डोगरा ने बताया कि योग व सुदर्शन क्रिया का रोज अभ्यास न केवल हमें मानसिक व शारीरिक तनाव और अवसाद से बचाता है बल्कि इनके पूर्वाभ्यास द्वारा आने वाली बीमारियों से मुक्ति पाई जा सकती है। उन्होंने प्राणायाम का महत्व समझाते हुए कहा कि आज के भौतिक युग में प्राणायाम व ध्यान द्वारा हम भीतर की ऊर्जा व शांति का अनुभव कर सकते हैं। संस्था के सदस्यों का धन्यवाद करते हुए डिप्टी जेलर बनगढ़ दिवेश शर्मा व हमीर सिंह राणा ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविग संस्था बीते दशक से जेल में सेवाएं प्रदान करती रही है और भविष्य में भी उनके सहयोग की कामना करते हैं। संस्था मीडिया प्रभारी टेक चंद ने बताया कि इस शिविर में कैदियों ने सुदर्शन क्रिया के अतिरिक्त सूर्य नमस्कार, भ्रामरी प्राणायाम, नाड़ी शोधन, वीरभद्र आदि आसन कर स्फूर्ति व शांति का अनुभव किया। शिविर के समापन पर महासत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें 63 कैदियों ने मिलकर भजन गान किया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप