शराब नहीं मिली, पर कांच के टुकड़ों ने रोके पुलिस के कदम
इस कहानी में एक्शन भी है ड्रामा भी और अच्छी स्क्रिप्ट भी है जी हां पूरा फिल्मी ड्रामा ।
अविनाश विद्रोही, गगरेट
इस कहानी में एक्शन भी है, ड्रामा भी और अच्छी स्क्रिप्ट भी है, जी हां पूरा फिल्मी ड्रामा । मामला है गांव संघनेई का। पुलिस को सूचना मिली की कोई अवैध तरीके से शराब लेकर आ रहा है । पुलिस ने सूचना के आधार पर नाकाबंदी कर ली लेकिन शराब लेकर आने वाले दोपहिया वाहन पर शराब लेकर आए और निकल गए। पुलिस ने पूरे फिल्मी अंदाज में वाहन का पीछा किया। अपनी बाइक के पीछे पुलिस आती देख शराब तस्कर ने शराब की पेटियां बीच सड़क में फेंक दीं, जिससे शराब की बोतलें टूट कर बिखर गई और पीछे आती पुलिस की गाड़ी जब कांच की बोतलों पर चढ़ने लगी तो अचानक से ब्रेक लगानी पड़ी। अचानक ब्रेक लगने से गाड़ी में बैठे कर्मी बाल-बाल बच गए । पुलिस के लिए दूसरी बड़ी आफत यह रही कि अवैध शराब भी पकड़ में न आई और दोपहिया वाहन सवार भी पहचान में न आया । पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा । शराब की दो पेटियां थीं और शराब तस्कर ने उन्हें पुलिस के डर से बीच सड़क में इस नीयत से फेंक दिया था कि यदि पकड़े भी जाएंगे तो इस बात से साफ मुकर सकते हैं कि जब हमारे पास शराब ही नहीं तो मामला कैसे बन सकता है ।
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शराब तस्कर इस तरह के हथकंडे इस्तेमाल करते रहते हैं लेकिन पुलिस भी ऐसे हथकंडों से अच्छी तरह वाकिफ है। नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा ।
-हरनाम सिंह, थाना प्रभारी गगरेट।