आइएसबीटी में बस चालकों की मनमानी
स्थानीय आइएसबीटी को चालू हुए दो सप्ताह का वक्त बीत चुका है लेकिन व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पाई हैं।
सुरेश बसन, ऊना
स्थानीय आइएसबीटी को चालू हुए दो सप्ताह का वक्त बीत चुका है लेकिन व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पाई हैं। अधिकांश निजी बस चालक अड्डा प्रबंधन के नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। मनमर्जी से अड्डे के भीतर बसों की पार्किंग से बस अड्डे के अंदर व्यवस्थाएं सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही हैं। काउंटर आवंटन का निजी बस आपरेटरों ने विरोध किया था और उसी समय से यहां कई बस ऑपरेटर मनमानी पर उतारू हो गए थे। अड्डे के आगे के काउंटर सरकारी एवं लंबे रूट की बसों के लिए निर्धारित किए गए थे, लेकिन इन काउंटर से आगे कई निजी बस ऑपरेटर बसों में लोकल यात्रियों को चढ़ाने लगे हैं।
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समय से 15 मिनट पहले बस अड्डे में प्रवेश का नियम
अहम बात यह है कि बस अड्डे में नियम के अनुसार बस का आगमन अपने रूट पर जाने से पूर्व 15 मिनट आने का है लेकिन इस नियम का पालन भी फिलहाल किसी ओर से होती नहीं दिखाई दे रही है। कुल मिलाकर इस सारे फसाद में जहां यात्रियों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है, वहीं नियम भी तार तार हो रहे हैं। अधिकांश निजी बसें बस अड्डे के प्रवेशद्वार पर ही सवारियों को उतार व चढ़ा रही हैं, जो बस अड्डे के अंदर ही जाम का कारण बन रही हैं।
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शौचालयों के आगे बना दिया मनमर्जी का काउंटर
आइएसबीटी में वैसे तो लोकल व निजी बसों के लिए काउंटर पीछे के छोर पर हैं। जहां पर बाकायदा यात्रियों के बैठने एवं बस का इंतजार करने के लिए सिटिग चेयर्स वेटिग हॉल बनाया गया है। लेकिन बस अड्डे में सवारियों का पीछे न आने का हवाला देकर कई बस आपरेटर्स ने आगे मनमर्जी के काउंटर्स बना लिए हैं। हालात यहां तक बिगड़ चुके हैं कि आइएसबीटी में बने शौचालयों के आगे ही निजी बसें खड़ी होनी शुरू हो गई हैं। इसके अलावा काउंटर नंबर एक के आगे जिन बसों के रूट हैं वह न होकर यहां-वहां के रूट की बसें समय से पूर्व आकर लंबी लाइन लगा सवारियों को चढ़ा रही हैं।
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सूना पड़ने लगा निजी बस काउंटर
आइएसबीटी में मनमाने काउंटर बनने के बाद पिछले छोर पर निर्धारित निजी बस काउंटर सूना पड़ने लगा है। कई निजी बसें आगे के छोर पर यहां वहां खड़ी होकर सवारियां चढ़ा रही हैं। बसें खड़े होने के कारण अकसर देखा जा सकता है कि प्रारंभिक काउंटर्स पर बसें लगाते समय काफी समस्या सामने आ रही है।
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बसों की निकासी के लिए टक्का रोड बेहतर विकल्प
बस अड्डे में बसों की निकासी एवं प्रवेश सामने से ही रखा गया है। ऐसे में ट्रैफिक लोड कम करने के लिए टक्का रोड की ओर से निकासी बनाने की मांग कई लोगों द्वारा की गई थी लेकिन इस दिशा में फिलहाल अड्डा प्रबंधन रुचि नहीं दिखा रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो इससे वर्तमान में बस अड्डे पर बढ़ रहा ट्रैफिक लोड कम हो जाएगा।
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कुछ दिन पहले हुआ था विवाद
आइएसबीटी में काउंटर्स आवंटन को लेकर निजी व सरकारी बसों के बीच पहले ही विवाद खड़ा हो चुका है। यहां तक कि निजी बस आपरेटर्स ने उपायुक्त से मांग करते हुए आगे की ओर लोकल रूट के काउंटर देने की मांग की थी लेकिन एचआरटीसी के साथ इसकी सहमति नहीं बन पाई थी। फिर भी वर्तमान में अब मनमाने रूट बनने शुरू हो गए हैं।
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एचआरटीसी प्रबंधन की बैठक हुई है। इसमें नंगल मैहतपुर की निजी व सरकारी रूट बसें काउंटर एक के पास की गई हैं। जो इससे हटकर इधर-उधर बसें खड़ी हो रही हैं वह गलत है। कई निजी बसें अपने निर्धारित समय से 15 मिनट पहले आने की बजाय पूर्व में आकर खड़ी हो रही हैं। इस बारे में अड्डा प्रबंधन को भी बोला गया है ताकि आइएसबीटी में बसों का जामवड़ा बेबजह न लगे।
-जगरनाथ, आरएम, एचआरटीसी।