दिन में बंदर, रात को सुअरों का आतंक
कुटलैहड़ व चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के किसान-बागवान सुअरों व बंदरों के आंतक से परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, बंगाणा : कुटलैहड़ व चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के किसान-बागवान सुअरों व बंदरों के आंतक से परेशान हैं। खेतों में लहलहाने लगी मक्की की फसल पर यह जंगली जानवर धावा बोल रहे हैं। वहीं किसान बागवानों की मक्की, नाशपाती व दूसरी फलदार पौधों की फसल को बुरी तरह से बर्बाद कर रहे हैं।
भजन सिंह, सूरम सिंह, सुरेश चौधरी, प्रीतम चंद, सुभाष चंद, बालकिशन, भोला राम, अशोक शर्मा, मुनीष कुमार, अशोक ठाकुर, इंद्र ठाकुर, तिलक राज ठाकुर, जसपाल शर्मा, विजय शर्मा, राकेश शर्मा, नरेंद्र धीमान, चरण दास, बबलू राम, जीवन मोदगिल, रोशन लाल, अजय शर्मा, कमल देव, किशन देव, अजीत सिंह, अश्वनी कुमार, बतीड़ू राम ने कहाकि गांव बही, रौनखर, बेहला, मांजरू, बड़ोआ, चम्बोआ, डीहर, राजपुरा, दुगियार में जंगली सुअर व बंदरों ने किसान-बागवानों का जीना हराम कर रखा है। दिन के समय बंदर व रात होते ही सुअर मक्की के खेतों में झुंड बनाकर धावा बोल देते हैं। क्षेत्र के किसानों व बागवानों ने सरकार से मांग की है कि बंदरों और सुअरों से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिया जाए।