अम्ब को जल्द मिलेगी बस अड्डे की सौगात
अम्ब कस्बे के लोगों को जल्द बस स्टेंड की सौगात मिलने वाली है। करीब 1 करोड़ 22 लाख की लागत से बनने वाले इस बस अड्डे का शिलान्यास मंगलवार को विधायक बलवीर चौधरी ने विधिवत रूप से कर दिया है।
संवाद सहयोगी, अम्ब : अम्ब कस्बे के लोगों को जल्द बस अड्डे की सौगात मिलने वाली है। करीब एक करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस बस अड्डे का शिलान्यास मंगलवार को विधायक बलवीर चौधरी ने किया। इस मौके पर विधायक ने कहा कि बस स्टैंड के निमार्ण कार्य के लिए सरकार ने 90 लाख रुपये की पहली किस्त जारी कर दी है। बस स्टैंड पर तीन मंजिला भवन बनाया जाएगा। उसमें छह दुकानें, टिकट काउंटर, यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय, शौचालय, चालकों और परिचालकों के लिए विश्राम कक्ष, विभागीय कार्यालय बनाए जाने की योजना है। इसके बनने से लोगों को यातायात समस्या से निजात मिलेगी, साथ में यात्रियों को भी बस के इंतजार में इधर-उधर भटकना नही पड़ेगा। उनके लिए प्रतीक्षालय में बैठने की व्यवस्था होगी। कार्यक्रम में चितपूर्णी भाजपा मंडल अध्यक्ष शाम सिंह मिन्हास, महामंत्री महेश मेहता, जयदेव खट्टा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं बीडीसी सदस्य शंभू गोस्वामी, नर्वदा जसवाल, कंचन रायजादा, जाकिर हुसैन, डीएम हमीरपुर अवतार सिंह, आरएम ऊना जगरनाथ सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। तीन साल से लटका था निर्माण कार्य
अम्ब बस अड्डे का निर्माण कार्य तीन साल से लटका हुआ था। पिछली सरकार के समय यहां में बस अड्डा कम बहुमंजिला पार्किंग बनाने की योजना थी। तत्कालीन परिवहन मंत्री ने 27 सितंबर 2017 को इसका शिलान्यास भी किया था। लेकिन बस स्टैंड की जद में आने वाले दुकानदारों को इसके साइट प्लान पर आपत्ति की थी। उन्हें आशंका थी कि अगर उस प्लान के हिसाब से बस अड्डे का निर्माण किया जाता तो उनका व्यापार प्रभावित हो सकता था। इसके बाद मामला कोर्ट में चला गया और वहां से निर्माण पर स्टे लगा दिया गया।
विधायक बलवीर के प्रयास रंग लाए
चुनाव जीतने के बाद बलवीर चौधरी ने बस स्टैंड बनवाने के लिए निजी तौर पर प्रयास शुरू किए। उन्होंने विरोध करने वाले दुकानदारों से वादा किया था कि वह उनकी सुविधा के अनुसार ही इसका निर्माण करवाएंगे। विधायक ने दुकानदारों से बातचीत कर विवाद सुलझाने की कोशिश की और बस अड्डे के पूरे डिजाइन को उनकी सुविधा के अनुसार डिजाइन करवाया। इसके बाद दुकानदार कोर्ट से केस वापस लेने के लिए तैयार हुए। दोनों पक्षों की रजामंदी से मामल सुलझा लिया गया। इसके बाद बस स्टेंड का निर्माण का रास्ता तो साफ हो गया।