फोरेंसिक रिपोर्ट में शरीर में नहीं मिले जहर के लक्षण
जाडला कौड़ी के उपप्रधान प्रदीप की हत्या मामले की फोरेंसिक रिपोर्ट धर्मशाला लैब द्वारा भेज दी गई है।
संवाद सहयोगी, गगरेट : जाडला कौड़ी के उपप्रधान प्रदीप की हत्या मामले की फोरेंसिक रिपोर्ट धर्मशाला लैब द्वारा भेज दी गई है। पुलिस ने इस रिपोर्ट को कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया है। प्रदीप कुमार के शरीर में किसी भी तरह का जहर फोरेंसिक टीम को नहीं मिला है। हालांकि पुलिस ने अभी किसी भी प्रकार का कोई खुलासा इस हत्याकांड पर नहीं किया है, परंतु फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार प्रदीप की मौत का कारण हृदयाघात है लेकिन हृदयाघात किन हालात में हुआ, यह भी जांच का एक अलग बिदु है। घटनास्थल से फोरेंसिक टीम द्वारा अलग-लग सैंपल एकत्रित किए थे, जिनका धर्मशाला स्थित लैब में परीक्षण किया गया, उसके बाद यह जांच रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि प्रदीप कुमार द्वारा स्वयं ही अपने मोबाइल फोन से सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो वायरल किया गया था। शाम आठ बजे के बाद प्रदीप कुमार के मोबाइल फोन पर किसी भी तरह का कोई फोन न आया न गया। धर्मशाला से आई फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से अलग अलग नमूने एकत्रित किए थे, जिन्हें जांचने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार की है। टीम को एक आधी कृमि नाशक कृषि संबंधी दवा की शीशी मिली थी व एक बंद बोतल मृतक की गाड़ी से भी बरामद हुई थी। पुलिस द्वारा अन्य पहलुओं पर भी जांच करके रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर दी गई है । इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
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यह है पूरा मामला
सात जून की शाम लगभग आठ बजे जाडला कौड़ी के उपप्रधान प्रदीप कुमार अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लाइव आया और कहा कि मुझे मेरे सौतेले भाइयों ने जहर दे दिया, मुझे बचा लो । यह वीडियो लगभग तीन मिनट और 58 सेकंड का था। इसमें उसने तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था । दूसरे दिन घटनास्थल से कुछ दूरी पर प्रदीप कुमार की लाश मिली थी। पुलिस द्वारा प्रदीप कुमार के वीडियो को डाइंग डिक्लेरेशन मा कर उन तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था जिनका नाम प्रदीप कुमार ने अपने वीडियो में लिया था।
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पुलिस ने फोरेंसिक रिपोर्ट सहित अन्य जांच के दस्तावेज न्यायालय में पेश कर दिए हैं। अब कोर्ट के फैसले का इंतजार करना होगा।
-मनोज जम्वाल, डीएसपी अम्ब।