बंगाणा में फिर पेयजल किल्लत, विद्यार्थी भी परेशान
कई महीने से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है।
संवाद सहयोगी, बंगाणा : कई महीने से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। पहले गर्मियों में विभाग के पास पेयजल कमी के कारण रहे तो बरसात में विभाग की पाइपें बह जाती हैं। परिणामस्वरूप लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ता है। यह आज की बात नहीं हर साल ऐसा ही देखने व सुनने को मिलता है। गर्मियों के बाद अब फिर से बरसात के दिनों में क्षेत्र की कुछ एक पंचायतों में तीसरे से चौथे दिन पीने के पानी की सप्लाई आ रही है, वह भी नाममात्र की। और तो और कुछ एक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी पीने का पानी घर से लाना पड़ रहा है।
वीरवार से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तलमेहड़ा के बच्चे घर से पीने के पानी की बोतलें अपने साथ लेकर जा रहे हैं। बच्चों की मानें तो स्कूल में उन्हें पीने का पानी नहीं मिल रहा है। जबकि स्कूल के पास लगे हैंडपंप से निकलने वाला पानी भी मटमैला हो चुका है। कई बच्चे पेयजल के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। स्कूल के एनएसएस प्रभारी जीवन मोदगिल ने खुद पैसे देकर पीने के पानी का एक टैंक स्कूल में मंगवाया तथा बच्चों को पानी मुहैया करा स्कूल की टंकियों में पानी डलवाया। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों की मानें तो कुटलैहड़ की खड्डों में इन दिनों डूबने के लिए पानी की भरमार है परंतु पीने का पानी बरसात के बाद भी नहीं मिल रहा।
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स्थानीय पंचायत के प्रधान अशोक शर्मा ने बताया कि तलमेहड़ा स्कूल ही नहीं बल्कि हर एक गांव में पीने के पानी की किल्लत है। विभाग को इस समस्या के बारे में कई बार अवगत करवाया गया, लेकिन धरातल पर कोई कार्य नहीं हो पाया है।
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समूर तथा खड़ोल के नजदीक बुधवार रात को ल्हासे गिरने के कारण दोबारा पाइपों को नुकसान हुआ है जिन्हें ठीक करने के लिए विभाग की टीमें जुटी हुई हैं। जल्द ही तलमेहड़ा स्कूल में पीने के पानी की समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।
-हरभजन सिंह, सहायक अभियंता, आइपीएच विभाग।