दिल्ली से ही अपना नेटवर्क चला रहा था गिरोह
जिला पुलिस ने गगरेट क्षेत्र के तहत एक सेवानिवृत्त अध्यापक के साथ ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के बारे में कई खुलासे किए हैं।
जागरण संवाददाता, ऊना : जिला पुलिस ने गगरेट क्षेत्र के तहत एक सेवानिवृत्त अध्यापक के साथ ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के बारे में कई खुलासे किए हैं। यह गिरोह दिल्ली से ही अपना नेटवर्क चलाता था। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि दिल्ली से लोगों को अपने जाल में फंसाने वाले इस गिरोह ने एक फर्म भी बनाई हुई थी। जिसके माध्यम से यह ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। यहां तक कि आरोपितों ने जो बैंक खाते खुलवा रखे थे वे भी फर्जी दस्तावेज के आधार पर ही खुलवाए गए थे। इतनी बड़ी चूक बैंकों में कैसे हो गई, यह बड़ा सवाल है। गिरोह से जुड़े आरोपित लोग अपने बैंक खातों में ठगी की राशि आने के बाद अलग-अलग जगहों पर एटीएम मशीनों के माध्यम से रुपये निकालते थे ताकि किसी को इनकी गतिविधियों पर संदेह न हो सके। हालांकि इस ठग गिरोह में और लोग भी शामिल हैं।
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए आरोपितों में से एक आरोपित अमर सिंह एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। जबकि दीपक चालक है। जबकि इनका एक साथी रितिक बंसल दिल्ली में हुई एक डकैती के मामले में जेल में बंद है। अब पुलिस दिल्ली जेल में बंद रितिक बंसल को भी ऊना पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेने की प्रक्रिया पूरी करने में जुटी हुई है।
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कड़ी से कड़ी जोड़कर सुलझा रहे मामला : एएसपी
ऊना के एएसपी विनोद धीमान ने कहा कि कुछ माह के दौरान ही ऐसे ठगी के तीन से चार मामले दर्ज हैं, जिन्हें लेकर पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़कर सुलझाने लगी हुई है। इस तरह के ठग गिरोह जाली दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खुलवाते हैं। गिरोह के लोग एक मोबाइल फोन और सिम भी महज एक से डेढ़ माह तक प्रयोग करते थे। यही वजह भी रही होगी कि इस गिरोह तक पहुंचना काफी मुश्किल भी हो जाता था।