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संस्कार और अनुशासन का विद्यार्थी जावन में होना अनिवार्य

राजकीय महाविद्यालय हरोली में सोमवार को नए सत्र पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 05:37 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jul 2019 06:41 AM (IST)
संस्कार और अनुशासन का विद्यार्थी जावन में होना अनिवार्य
संस्कार और अनुशासन का विद्यार्थी जावन में होना अनिवार्य

संवाद सहयोगी, हरोली : राजकीय महाविद्यालय हरोली में सोमवार को नए सत्र पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए विद्यार्थियों को महाविद्यालय के नियमों से अवगत कराना था। जीवन के लक्ष्य को किस प्रकार हासिल किया जा सकता है, इस बारे में प्रबंधन द्वारा विस्तार से बताया गया। छात्रों के मार्गदर्शन के लिए आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से कॉलेज की प्राचार्य अरुणा भारद्वाज मौजूद रहीं। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे चरित्र निर्माण के लिए छात्रों को पढ़ाई में भी मेहनत के साथ आगे बढ़ने की जरूरत होती है। माता-पिता की आज्ञा का पालन तथा कॉलेज में संस्कारों सहित अनुशासन का पालन विद्यार्थी जीवन का हिस्सा होना चाहिए। यही कारण होते हैं जिससे एक छात्र सभ्य बन सकता है तथा अच्छे समाज का निर्माण भी कर सकता है। उन्होंने छात्रों को किसी भी समस्या एवं पढ़ाई से संबंधित जानकारियों के लिए उनसे एवं स्टाफ से संपर्क करने का आग्रह भी किया। इस मौके पर स्टाफ में डॉ. परमेल सिंह, प्रो. रणवीर डढवाल, प्रो. गुरबख्श राय, प्रो. सोनिका सैनी, डॉ. भगवान दास, प्रो. कल्पना शर्मा, अशोक कुमार, अश्वनी कुमार, सरिद्रा व सोमा देवी मौजूद रहीं।

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