अवैध खनन न रूका तो मिनी सचिवालय का होगा घेराव
जिला ऊना में बढ़ रहे अवैध खनन के मामलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री व सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कड़े तेवर अपना लिए है। वीरवार को विश्राम गृह ऊना में आपसी बैठक के दौरान दोनों विधायकों ने खनन के विरूद्ध संघर्ष का ऐलान कर दिया है। वहीं जिला पुलिस को मोहलत दी है कि यदि जल्द अवैध खनन के विरूद्ध फील्ड में उतरकर कार्रवाई न की गई तो आने वाले दिनों में मिनी सचिवालय का घेराव किया जाएगा। इसके
जागरण संवाददाता, ऊना : जिला ऊना में बढ़ रहे अवैध खनन पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री व विधायक सतपाल रायजादा ने कड़े तेवर अपना लिए हैं। वीरवार को विश्राम गृह ऊना में बैठक के दौरान दोनों विधायकों ने खनन के विरुद्ध संघर्ष का ऐलान कर दिया है। यदि जल्द अवैध खनन के विरुद्ध पुलिस ने फील्ड में उतरकर कार्रवाई नहीं की तो मिनी सचिवालय का घेराव किया जाएगा। मुकेश ने कहा कि पंजाब में पुलिस के साथ जो धमकाने की कार्रवाई हुई है, वे निंदनीय है। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इस मसले पर भी न तो पुलिस प्रशासन और न ही प्रदेश सरकार कोई कार्रवाई कर पाई है। उन्होंने कहा कि बाथड़ी से लेकर गगरेट तक 150 डंप हैं। सैकड़ों मशीनें लगी हुई हैं। टिप्पर ओवरलोड तो हो ही रहे हैं, लेकिन 20 टायर वाले ट्रालों में लाखों की खनन सामग्री ले जा रहे हैं। इस और पुलिस का ध्यान नहीं गया और पंजाब में निकल गए। उन्होंने जिला प्रशासन पर भी अनदेखी का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार अवैध खनन को बढ़ावा दे रही है। अब ये सब बर्दाश्त से बाहर है। जनता परेशान है। कांग्रेस अवैध खनन पर हल्ला बोलेगी। जिला में खुलेआम मशीनरी से खनन हो रहा है। मुकेश ने कहा कि युवाओं को खनन की ओर से धकेला जा रहा है, जो सही नहीं है।
मुकेश ने कहा कि 922 करोड़ का स्वां तटीकरण कार्य चल रहा है। जिला के अनेक स्थानों पर तटीकरण कार्य को खनन के चलते नुकसान हो रहा है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि स्वां प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने आंखें मूंद ली हैं और फील्ड में नुकसान का कोई आकलन हो रहा है, न ही किसी को नोटिस जारी किया गया है।