पौधे लेने के लिए आवेदन भेजें बागवान
डा. वाइएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी उच्च गुणवत्ता वाले
संवाद सहयोगी, सोलन : डा. वाइएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी उच्च गुणवत्ता वाले पौधों की वार्षिक बिक्री जनवरी के पहले सप्ताह में करने जा रहा है। विश्वविद्यालय व उसके अंतर्गत कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्रों की ओर से तैयार किए गए सेब, नाशपाती, पलम, खुमानी, आड़ू कीवी, अनार आदि के पौधों के लिए किसान-बागवान पांच दिसंबर से पहले अपनी मांग विश्वविद्यालय व केंद्रों को भेजनी होगी।
विश्वविद्यालय की वेबसाइट से मांग पत्र डाउनलोड कर भरकर, डाक या ईमेल के माध्यम से पांच दिसंबर या उससे पहले भेजनी होगी। मांग पत्र पर सभी प्रकार के पौधों की जानकारी दी गई है। मांग पत्र में किसानों को ईमेल एवं वाट्सएप नंबर लिखना होगा ताकि आवंटित पौधों की जानकारी उन्हें दी जा सके। पौधे लगाने का स्थान व जमीन का खसरा नंबर लिखना भी अनिवार्य है, ताकि पौध वितरण के बाद अधिकारी कभी भी पौधों के स्वास्थ्य की जांच के लिए बगीचों में जा सकें।
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किसी भी लेखक के लिए पढ़ना जरूरी डा. हरजीत
जागरण संवाददाता, सोलन : शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन में स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन ने फीचर फिल्मों और लघु फिल्मों के लिए पटकथा लेखन विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। सत्र पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के सहायक प्रोफेसर डा. हरजीत सिंह की ओर से लिया गया। डा. हरजीत सिंह ने फीचर फिल्मों के लिए लिखते समय संगीत, स्थान और समय के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्क्रिप्ट को वर्तमान काल में लिखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि स्क्रीन प्ले लेखन के लिए पृष्ठभूमि स्थान और प्रतीकवाद भी एक महत्वपूर्ण बात है। डा. हरजीत सिंह ने कहा कि किसी भी लेखक के लिए पढ़ना महत्वपूर्ण है। उन्होंने विद्यार्थियों को अच्छी किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
निदेशक और एचओडी विपिन पब्बी ने डा. हरजीत सिंह और अन्य प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इंटरनेट मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, पत्रकारिता विद्यार्थियों के लिए पटकथा लेखन एक आवश्यक उपकरण है।