Move to Jagran APP

सोलन में लगी 600 करोड़ की चपत, तीसरे दिन भी जारी रही ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल

ट्रक यूनियन नालागढ़ के अध्यक्ष विद्या रतन चौधरी ने बताया कि हड़ताल से नुकसान तो हो रहा है, लेकिन मांगों को पूरा करने के लिए एकजुट होना जरूरी है।

By BabitaEdited By: Published: Mon, 23 Jul 2018 02:20 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jul 2018 02:20 PM (IST)
सोलन में लगी 600 करोड़ की चपत, तीसरे दिन भी जारी रही ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल
सोलन में लगी 600 करोड़ की चपत, तीसरे दिन भी जारी रही ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल

सोलन, जेएनएन। प्रदेशभर में रविवार को तीसरे दिन भी ट्रकऑपरेटरों की हड़ताल जारी रही। इससे सोलन जिला में ही छह सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान है। अकेले बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ (बीबीएन) में तीन दिन में पांच सौ करोड़ की चपत लगी है। ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नही मानी जाती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। शुक्रवार से वे हड़ताल पर हैं।

loksabha election banner

दाड़लाघाट व कंधर बागा के सात हजार ट्रकों के पहिए भी तीसरे दिन थमे रहे। इसके चलते अम्बुजा कंपनी दाड़लाघाट व अल्ट्राटेक सीमेंट बागा  से ट्रकों से सीमेंट व क्लिंकर का ढुलान बंद रहा। दाड़लाघाट ट्रांसपोर्ट के एसडीटीओ के प्रधान रत्न मिश्रा, एडीकेएम के प्रधान बालक राम शर्मा ने कहा कि जब तक मांगे नही मानी जाती

है तब तक हडृताल जारी रहेगी। यहां दो दिन में 40 हजार मीट्रिक टन सीमेंट व क्लिंकर प्रदेश व बाहरी राज्यों में नहीं जा सका, जिस कारण करोड़ों रुपये का नुकसान जहां फैक्ट्रियों को उठाना पड़ रहा है, वहीं ट्रांसपोर्टरों को भी प्रतिदिन करोड़ों का नुकसान सहन करना पड़ रहा है। औद्योगिक नगरी परवाणू में उद्योगों का बना हुआ सामान न बाहर जा सका और न ही कच्चा माल आ सका। तीन दिनों की हड़ताल के दौरान सहतर करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।

वहीं, ट्रक यूनियन नालागढ़ के अध्यक्ष विद्या रतन चौधरी ने बताया कि हड़ताल से नुकसान तो हो रहा है, लेकिन मांगों को पूरा करने के लिए एकजुट होना जरूरी है। सोमवार को ट्रक संचालकों के साथ वार्ता होने की उम्मीद है। उधर, बीबीएनआइए के अध्यक्ष शैलेष अग्रवाल ने कहा कि अभी तक उद्योगों को पांच सौ करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। अगर जल्द ही हड़ताल समाप्त नहीं होती है तो यह आंकड़ा बढ़ता जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.