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सैन्य सम्मान के साथ दी गई शहीद राजेश ऋषि को अंतिम विदाई

Tribute to martyr Rajesh Rishi. हिमाचल प्रदेश के सोलन में शहीद राजेश ऋषि को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 03 Mar 2019 11:49 AM (IST)Updated: Sun, 03 Mar 2019 04:14 PM (IST)
सैन्य सम्मान के साथ दी गई शहीद राजेश ऋषि को अंतिम विदाई
सैन्य सम्मान के साथ दी गई शहीद राजेश ऋषि को अंतिम विदाई

सोलन, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के नालागढ़ में शहीद राजेश ऋषि को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद राजेश ऋषि का पार्थिव शरीर 11 दिनों बाद बर्फ से निकाला गया है, जिसे रविवार को किन्नौर जिला से सोलन के नालागढ़ लाया गया। 

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हिमाचल के किन्नौर जिले के नमज्ञा डोगरी में 20 फरवरी को ग्लेशियर की चपेट में आए लापता छह जवानों में से एक और का शव बरामद हुआ है। शनिवार सुबह 11 दिन बाद सोलन जिले के नालागढ़ निवासी 25 वर्षीय सैनिक राजेश ऋषि का शव मिला। सर्च ऑपरेशन के दौरान फिर उसी जगह ग्लेशियर आने से टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लापता जवानों को ढूंढने के लिए 500 लोगों की टीम जुटी है। शहीद राजेश ऋषि को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी पूह भेजा गया है।

20 फरवरी को सेना के छह जवान ग्लेशियर की चपेट में आ गए थे, जिसमें बिलासपुर निवासी राकेश कुमार का शव पहले दिन ही मिल गया था। अब भी चार जवान लापता है, जिनको ढूंढने के लिए सेना ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। लापता जवानों को ढूंढने के लिए डीआरडीओ के स्पेशल वैज्ञानिकों की टीम, दो स्निफर डॉग, जेएंडके की दो टीमें, सेना, आइटीबीपी, ग्रेफ की तीन जेसीबी, एक डोजर व स्थानीय ग्रामीण जुटे हैं। 28 फरवरी को कांगड़ा निवासी जवान नितिन राणा का मोबाइल फोन मिला था व पहली मार्च को एक कलाई घड़ी भी बरामद हुई थी। जिलाधीश किन्नौर गोपाल चंद ने कहा कि शहीद राजेश ऋषि के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव में भेज दिया जाएगा। किन्नौर के एडीएम शिव मोहन सैनी का कहना है कि शहीद राजेश ऋषि का शव पोस्टमार्टम करने के बाद सेना को सौंप दिया है।

दो माह पहले हुआ था विवाह

सोलन जिले के नालागढ़ निवासी शहीद राजेश ऋषि का विवाद दो माह पहले ही हुआ था। 12 दिसंबर को राजेश की शादी थाना गांव में पिंकी देवी से हुआ था। पिंकी के हाथों की अभी मेहंदी भी नहीं सूखी थी कि अब पति के शहीद होने की खबर आ गई। शनिवार को शव मिलने की सूचना से परिजन सदमे में हैं। ग्लेशियर में लापता होने के बाद से परिजन 11 दिन से उनकी सलामती के लिए पूजा पाठ में लगे थे। राजेश की माता माया देवी पोलियो की शिकार है और पिता रणबीर सिंह बुढ़ापे के चलते चल नहीं पाते हैं। शहीद के चाचा रणदीप सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार रविवार को नालागढ़ के जगतपुर गांव में होगा। राजेश के बड़े भाई फैक्टरी में काम करते हैं।


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