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पौने 200 साल पहले अंग्रेजों का बसाया कसौली शहर लगा रहा गुहार Solan News

कसौली में हजारों पर्यटक यहां तंग व खस्ताहाल सड़कों के साथ-साथ पार्किंग के लिए जूझ रहे हैं यहां तंग सड़कों के कारण जाम की स्थिति आम बात है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 19 Jun 2019 09:46 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2019 09:46 AM (IST)
पौने 200 साल पहले अंग्रेजों का बसाया कसौली शहर लगा रहा गुहार Solan News
पौने 200 साल पहले अंग्रेजों का बसाया कसौली शहर लगा रहा गुहार Solan News

सोलन, मनमोहन वशिष्ठ। करीब पौने दो सौ साल पहले अंग्रेजों का बसाया कसौली शहर अब प्रदेश सरकार से गुहार लगा रहा है। हजारों पर्यटक यहां तंग व खस्ताहाल सड़कों के साथ-साथ पार्किंग के लिए जूझते हैं, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं। अंग्रेजी हुकूमत के समय यहां से शिमला के लिए कार्ट रोड था, लेकिन आज यहां तंग सड़कों के कारण जाम की स्थिति आम बात है। समर विंटर सीजन में पर्यटकों का जमावड़ा लगने से कई किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है।

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कसौली में मात्र 250 वाहनों की ही पार्किंग है। ऐसे में पर्यटकों को सड़कों किनारे ही वाहन पार्क करने पड़ते हैं। पर्यटन के नाम पर किसी भी सरकार ने कसौली पर ध्यान नहीं दिया। तंग व खस्ताहाल सड़कों से पर्यटकों का स्वागत होता है, जबकि यहां का व्यवसाय केवल पर्यटन आधारित ही है। होटलों में एडवांस  हो तो पर्यटकों को कमरों के लिए भी मारे मारे फिरना पड़ता है। कसौली सैन्य छावनी होने के नाते यहां सफाई व्यवस्था बेहतर है। पर्यटन के तौर पर यहां से प्रदेश सरकार के राजस्व में भारी इजाफा होता है, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते यहां का पर्यटन रेंग रहा है। कसौली को नेशनल हाईवे से जोड़ने वाली सड़कें तंग हैं।  तीन किलोमीटर नीचे स्थित गढ़खल बाजार में आए दिन जाम रहता है, जिससे पर्यटकों को घंटों उसी जाम में फंसे रहना पड़ता है। सरकारी अनदेखी के बावजूद भी कसौली अपने दम पर ही पर्यटकों को अपनी ओर खींच रही है। 

बिना बुकिंग न आएं कसौली

कसौली में यूं तो आए दिन सैकड़ों पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है, लेकिन वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या हजारों में पहुंच जाती है। समर विंटर सीजन में यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है। ऑफ सीजन में आसानी से होटलों में कमरे मिल जाते हैं, लेकिन पर्यटन सीजन और विशेष त्योहार पर यहां बिना बुकिंग के नहीं आना चाहिए। 

कई प्रमुख हस्तियों का कसौली से रहा है नाता

यहां शाहरुख खान, जॉन अब्राहम, शशि कपूर व मुकूल देव जैसे बड़े अभिनेताओं की यहां शूटिंग हो चुकी है। लेखक खुशवंत सिंह, महान एथलीट मिल्र्खा सिंह, हॉकी इंडिया के पूर्व कैप्टन अजीत पाल सिंह, अभिनेता राहुल बोस, पूर्व गर्वनर सुरजीत सिंह बरनाला, बीके नेहरू व दीपा मेहता जैसी हस्तियों के यहां आशियाने हैं।

कसौली के लॉरेंस स्कूल सनावर से एक्टर संजय दत्त, सैफ अली खान, पूजा बेदी, परीक्षित साहनी, अमर तलवार, प्रिंटी जिंटा, फिरोज गुजराल, मेनका गांधी, उमर अब्दुल्ला, कैप्टन अमरेंद्र्र सिंह, सुखबीर बादल, चंद्रमोहन बिश्नोई, दुष्यंत चौटाला, तरनजीत सिंह संधू, नवीन चावला, नेस वाडिया, शिवा केश्वन, ओलंपियन मानवजीत सिंह संधू, अजीत बजाज, पूर्व एडमिरल विष्णु भागवत व क्वीन ऑफ भूटान जेटसन पेमा आदि कई हस्तियां यहां से पढ़ाई कर चुके हैं। 

क्या कहते हैं पर्यटक

पर्यटन नगरी कसौली में सड़कों का बेहतर होना बहुत जरूरी है। तंग सड़कों के कारण पर्यटकों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जाम के कारण पर्यटक घूमने का आनंद नहीं उठा पाते।

-नरेंद्र नीना, चंडीगढ़ निवासी।

सरकार व जिला प्रशासन को सड़कों की खस्ता हालत को सुधारने के लिए प्रयास करना चाहिए ताकि पर्यटन व्यवसाय में इजाफा हो सके। तंग सड़कों से अकसर जाम की स्थिति रहती है, जिससे पर्यटकों व स्थानीय लोगों को परेशानी होती है।

-यशपाल वर्मा, निवासी परवाणू।

कसौली को मुख्य मार्गों से जोड़ने वाली सड़कें तंग और खस्ताहाल है। इससे पर्यटन व्यवसाय पर बुरा असर पड़ता है। सरकार को सड़कों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कसौली छावनी बस स्टैंड पर 450 कारों की पार्किंग का निर्माण कर रहा है, जो जल्द ही बनकर तैयार को जाएगी। इससे पर्यटकों को यहां आकर पार्किंग के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

-देवेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष कसौली छावनी।

कसौली, धर्मपुर व परवाणू में यातायात जाम से निपटने के लिए दो बटालियन लगा रखी है। इसके अलावा

थानों की पुलिस भी जाम से निपटने के लिए लगी रहती है। लोगों को बेतरतीब वाहनों को पार्क नहीं करना चाहिए। सड़क किनारे गलत ढंग से वाहन पार्क होने से जाम लगता है।

-योगेश रोल्टा, डीएसपी परवाणू।

कसौली हिमाचल के प्रवेशद्वार पर स्थित है। इसलिए यहां की सड़कों का बेहतर बनाना चाहिए, ताकि पर्यटकों की नजर में प्रदेश की अच्छी तस्वीर उभर सके। जाम से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मिनटों का सफर घंटों में तय करना पड़ता है।

-दुष्यंत शर्मा, निवासी गनोल।

कसौली को मुख्य मार्गों से जोड़ने वाली सड़कें तंग, है जिससे अकसर जाम लगा रहता है। समर विंटर सीजन में यह समस्या बढ़ जाती है। प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को यहां के लिए वैकल्पिक रास्ते बनाने चाहिए। ऐसी व्यवस्था करने से पर्यटकों को जाम में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा।

-अभिनव चंदेल, निवासी पट्टा महलोग

सरकार व जिला प्रशासन को सड़कों की खस्ता हालत को सुधारने के लिए प्रयास करना चाहिए ताकि

पर्यटन व्यवसाय में इजाफा हो सके। तंग सड़कों से अकसर जाम की स्थिति रहती है, जिससे पर्यटकों व स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। 

-यशपाल वर्मा, निवासी परवाणू।

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