फर्जी डिग्री मामले में एनएसयूआइ व एबीवीपी ने खोला मोर्चा
प्रदेश में फर्जी डिग्री मामले में छात्र संगठनों ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। बुधवार को उपायुक्?त कार्यालय के समीप विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने जहां प्रदेश सरकार मुर्दाबाद व नियामक आयोग को जूते मारो जैसे नारे लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करवाया वहीं दूसरी तरफ एनएसयूआई ने भी प्रदेश सरकार को दोषियों को कडी सजा देने और निर्दोष छात्रों के लिए उचित नीति बनाने का सुझाव दिया है। फर्जी डिग्री मामलों के सामने आने के बाद से लगातार प्रदेश में छात्र संगठनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं और आए दिन सड़कों पर उतर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, सोलन : प्रदेश में फर्जी डिग्री मामले में छात्र संगठनों ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। बुधवार को उपायुक्त कार्यालय के समीप विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने प्रदेश सरकार व नियामक आयोग के खिलाफ नारे लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करवाया, वहीं एनएसयूआइ ने भी प्रदेश सरकार को दोषियों को कड़ी सजा देने और निर्दोष छात्रों के लिए उचित नीति बनाने का सुझाव दिया है। फर्जी डिग्री मामलों के सामने आने के बाद से लगातार प्रदेश में छात्र संगठनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं और आए दिन सड़क पर उतर रहे हैं।
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एनएसयूआइ की मांग
सोलन में नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष छत्र सिंह ठाकुर ने कहा कि फर्जी घोटाले में शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। मानव भारती यूनिवर्सिटी 19 जून 2008 तो वहीं शिमला में स्थापित एपीजी यूनिवर्सिटी अगस्त 2012 में भाजपा के कार्यकाल में शुरू हुई थी। उन्हीं के कार्यकाल में फर्जी डिग्री बनाने और बेचने का धंधा शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल को पूरे देश में अपनी सादगी व संस्कृति के लिए जाना जाता था, लेकिन इन दिनों देवभूमि हिमाचल का नाम फर्जी डिग्री बेचने वाला राज्य बन चुका है। सरकार इसकी तरफ ध्यान दे, ताकि जो बच्चे इन विश्वविद्यालय में रेगुलर पढ़ाई कर रहे थे उनके भविष्य के साथ कोई भी खिलवाड़ न हो। उन्होंने कहा कि सरकार निर्दोष छात्रों के लिए पॉलिसी बनाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान करे।
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एबीवीपी ने शिक्षामंत्री को भेजा ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इकाई मंत्री राघव ठाकुर ने कहा कि उन्होंने बुधवार को शिक्षा के निजीकरण के मामले में शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजा है। विद्यार्थी परिषद 2009 से ही शिक्षा के व्यापार को लेकर आंदोलनरत रही है। कई दिन से निजी शिक्षण संस्थानों के फर्जीवाड़े को लेकर विद्यार्थी परिषद आंदोलन भी कर रही थी और नियामक आयोग का घेराव भी विद्यार्थी परिषद ने किया था। परिणाम स्वरूप मानव भारती विश्वविद्यालय सोलन में पुलिस ने छापा मारा। विश्वविद्यालय में कई फर्जी डिग्रियां मिली हैं। ऐसी अनियमितताएं अभी तो मात्र एक निजी विश्वविद्यालय में मिली हैं, लेकिन विद्यार्थी परिषद का मानना है कि ऐसी अनियमितताएं कई निजी विश्वविद्यालयों में हैं और इस सभी की जांच की जानी चाहिए। प्रदेश में पनप रहे इस तरह के कारोबार के पीछे भ्रष्ट नियामक आयोग के अध्यक्ष का होना भी है।
इकाई अध्यक्ष तरुण ठाकुर ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि मानव भारती विश्वविद्यालय में हुए फर्जी डिग्री घोटाले की जांच शीघ्र की जाए।
नियामक आयोग के अध्यक्ष केके कटोच को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। प्रदेश के सभी निजी शिक्षण संस्थानों की जांच की जाए।