शिशु का पीठ के बल सोना सबसे सुरक्षित
शिशु रोग विशेषज्ञ डा. धर्मेद्र ने कहा कि शिशु की सुरक्षा के लिए माता
संवाद सहयोगी, सोलन : शिशु रोग विशेषज्ञ डा. धर्मेद्र ने कहा कि शिशु की सुरक्षा के लिए माताओं को सजग रहने की आवश्यकता है। नवजात शिशु की त्वचा व प्रतिरक्षा तंत्र संवेदनशील होता है। शिशु का पीठ के बल सोना सबसे सुरक्षित माना जाता है। बच्चे को इस स्थिति में नींद अच्छी आती है। उन्होंने कहा कि नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए जिला स्तर पर स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर न्यू बोर्न केयर कॉर्नर और खंड स्तर पर न्यू बोर्न स्टेबिलाइजेशन यूनिट स्थापित किए गए हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन ने राष्ट्रीय नवजात शिशु जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्वास्थ्य कार्यकत्र्ताओं, आशा कार्यकत्र्ताओं व महिलाओं को नवजात शिशु की सुरक्षा और उनकी देखभाल की जानकारी दी। राष्ट्रीय नवजात शिशु जागरूकता सप्ताह 15 से 21 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है। सीएमओ सोलन डा. राजन उप्पल ने कार्यशाला में कहा कि नवजात शिशुओं में बीमारी के जोखिम को कम करने, उनके संतुलित शारीरिक विकास के लिए देखभाल की संपूर्ण जानकारी की आवश्यकता होती है। जन्म के समय नवजात की मूलभूत जरूरत मां का साथ, सामान्य श्वास व मां का दूध होता है। इससे नवजात को संक्रमण से बचाया जा सकता है। इस अवसर पर क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एमएस डा. एनके गुप्ता, डा. मुक्ता रस्तोगी, डा. पूनम, बीसीसी समन्वयक राधा चौहान, किशोर स्वास्थ्य परामर्शदाता ममता, आहार विशेषज्ञ प्रेरणा उपस्थित रहीं।
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किसानों-बागवानों को दी योजनाओं की जानकारी
संवाद सूत्र, दाड़लाघाट : ग्राम पंचायत सूरजपुर के गांव बानन में वीरवार को कृषि और उद्यान विभाग ने जागरूकता शिविर का आयोजन किया। उद्यान प्रसार अधिकारी प्रकाश चंद शैल और कृषि प्रसार अधिकारी मान सिंह ने किसानों-बागवानों को विभागों की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। उद्यान प्रसार अधिकारी ने एचपी शिवा प्रोजेक्ट के बारे में बताया। किसानों को बताया गया कि आने वाले समय में गांव में उद्यान स्थापित होंगे, जिनसे युवाओं के लिए घरद्वार पर ही रोजगार के और अधिक अवसरों का सृजन होगा। शिविर में मौजूद किसानों को मुफ्त चारे के बीज भी उपलब्ध करवाए गए। इस दौरान पंचायत उपप्रधान भगत राम शर्मा भी मौजूद रहे।