दूषित बावड़ियों पर लगाएं सूचना बोर्ड
जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए समुचित पग उठाने व कार्य योजना तैयार कर
संवाद सहयोगी, सोलन : जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए समुचित पग उठाने व कार्य योजना तैयार करने के लिए वीरवार को एक बैठक उपायुक्त कार्यालय के सभागार में हुई। बैठक की अध्यक्षता एसडीएम आशुतोष गर्ग ने की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने संस्थान में पीने के पानी की क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। सभी पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि होटल मालिकों, ढाबा मालिकों व उद्योगों द्वारा निकास किए जा रहे दूषित जल को पेयजल स्रोतों में जाने से रोकें।
गर्मियों में टैंकरों के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाने वाले पेयजल की पूरी तरह क्लोरिनेशन व परीक्षण करने के उपरात ही वितरण करने के निर्देश दिए। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त आपूर्ति करें। एनएच पर रेहड़ी-फड़ी वालों के पंजीकरण व खाद्य पदार्थो की भी समय-समय पर जाच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर में सभी पेयजल प्राकृतिक जल स्त्रोतों की जाच करें और जिन बावड़ियों का पानी पीने योग्य नहीं है, वहा इस संबंध में सूचना पट्ट लगाएं। एसडीएम ने लोगों से आग्रह किया कि पेयजल को कम से कम 20 मिनट तक उबालकर ही प्रयोग में लाएं। स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखें और पूरे जिले में यदि कहीं खुले में शौच जाया जा रहा है तो इस पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन की सहायता करें। बैठक में सीएमओ सोलन डॉ. आरके दरोच ने कहा कि जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में क्लोरिन व ओआरएस का भंडारण पर्याप्त मात्रा में कर लिया गया है तथा इन दवाओं को खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालयों, पंचायतों, आगनबाड़ी केंद्रों व तथा शिक्षण संस्थानों के माध्यम से घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। बैठक में एसडीएम कंडाघाट संजीव शर्मा, एमओएच डॉ. एनके गुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चौहान, डीएसपी अमित ठाकुर, एक्सईएन आइपीएच सोलन सुमित सूद, एसएमओ डॉ. राजन उप्पल सहित सभी चिकित्सा खंडों के बीएमओ मौजूद रहे।