Himachal News: फार्मा कंपनियों को नकली रॉ मटीरियल सप्लाई करने वाली फर्म पर शिकंजा, गिरफ्त में आया आरोपी संचालक
हिमाचल प्रदेश में एक फर्म कई फार्मा कंपनियों को नकली रॉ मटीरियल सप्लाई कर रही थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए राज्य दवा नियंत्रण प्राधिकरण ने शिकंजा कसा है। ये फर्म बड़ी कंपनी का लेबल लगा कर लोकल रॉ मटीरियल सप्लाई कर रही थी।
बद्दी, जागरण संवाददाता। राज्य दवा नियंत्रण प्राधिकरण ने दवा उद्योगों को नकली रॉ मटीरियल सप्लाई करने वाली एक और फर्म पर शिकंजा कसा है। ऐसा माना जा रहा है कि अलाइड फार्म केम ट्रेडिंग कंपनी नाम की कंपनी दवा कंपनियों को लेबल बदलकर लो ग्रेड का रॉ मैटीरियल सप्लाई कर रही थीं।
इस बात की जानकारी मिलते ही कार्रवाई करते हुए प्राधिकरण की टीम ने मंगलवार देर रात अलाइड फार्म केम ट्रेडिंग कंपनी के संचालक संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बुधवार को उसे कोर्ट में भी पेश किया गया। बता दें कि यह नामी ट्रेडिंग फर्म पूरे हिमाचल में दवाओं के कच्चे माल की सप्लाई करती है।
जर्मनी की जिस मल्टीनेशनल कंपनी ने पंचकूला के ट्रेडर को अपना अधिकारिक डीलर बनाया था वो पूरे हिमाचल प्रदेश में अपना कच्चा माल सप्लाई करता था लेकिन ज्यादा मुनाफाखोरी के चक्कर में उन्होंने असली की बजाय लोकल माल बेचना शुरू कर दिया और बाद में जब जर्मनी की कंपनी को इस बात की भनक लगी तो कार्रवाई की गई। इस पूरा मामला दो कंपनियों की मिलीभगत का है।
डीएसपी प्रियंक गुप्ता ने ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने की पुष्टि की है। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मुनीष कपूर ने बताया कि मामले की अभी जांच चल रही है। इस मामले में अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पड़ताल में सामने आया है की ये लोग नामी कंपनी का लेबल लगाकर लो ग्रेड का कच्चा माल फार्मा कंपनी को बेच रहे थे। इस कारण से हिमाचल प्रदेश के दवा उद्योग एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। पंचकूला हरियाणा की एक ट्रेडिंग फर्म जो कि पूरे हिमाचल में दवा बनाने का कच्चा माल सप्लाई करती है, उस पर आरोप है कि उसने कुछ प्रख्यात कच्चा माल निर्माता कंपनियों के लेवल लोकल माल पर लगाकर उसको ब्रांडड बताकर बेच दिया था।
विभाग को इसकी भनक लगी तो उसने गुप्त तरीके से जाल बिछाकर पकड़ लिया गया। हालांकि, उस दिन विभाग के हाथ सिर्फ पंचकूला की इस ट्रेडिंग कंपनी का एक कर्मचारी लगा था वहीं, मंगलवार दे रात दूसरी ट्रेडिंग कंपनी का संचालक विभाग ने धर लिया। उधर, पंचकूला कंपनी के संचालक दोनो पार्टनर जो कि आपस में भाई हैं फरार चल रहे हैं और अग्रिम जमानत की फिराक में है। इस व्यापारिक फर्म का गठन 2016 में हुआ था और तभी से ये बीबीएन समेत हिमाचल, हरियाणा, पंजाब में कच्चे माल की सप्लाई करती है।