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मैनेजर से सुपरवाइजर तक बिना कहे उठा लेते हैं झाड़ू

...भागदौड भरी ¨जदगी में अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में लगी दुनिया में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो पर्यावरण की आर्थिकी को दुरुस्त करने में लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 09:21 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 09:21 AM (IST)
मैनेजर से सुपरवाइजर तक बिना कहे उठा लेते हैं झाड़ू
मैनेजर से सुपरवाइजर तक बिना कहे उठा लेते हैं झाड़ू

सुनील शर्मा, सोलन

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राज्यपाल के संदेश से शुरू हुआ माइक्रोटेक कंपनी का स्वच्छता अभियान एक वर्ष से निरंतर जारी है। इसका जिक्र अब परवाणू ही नहीं बल्कि दूर-दूर तक होने लगा है। कंपनी के 20 से 30 कर्मचारी मैनेजर संग प्रत्येक शनिवार को झाड़ू उठाकर सफाई पर निकलते हैं। तीन से चार घंटे तक क्षेत्र में साफ-सफाई करते हैं और लोगों को जागरूक करने के लिए पोस्टर बांटते हैं। करीब एक वर्ष से लगातार यही सिलसिला चल रहा है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कंपनी का योगदान यही नहीं ठहरा, पिछले साल बरसात से पहले करीब दस हजार पौधे रोपे थे। इस मुहिम में अब तक सांसद, सेवानिवृत्त जज, परवाणू का स्थानीय प्रशासन, नेता, संस्थाएं जुड़ चुकी हैं। अभियान का असर क्षेत्र के कई वार्डो और सार्वजनिक स्थलों में दिखने लगा है। उम्मीद है कि जल्द ही इस मिशन को एक नई पहचान प्राप्त होगी और कंपनी के ग्रीन परवाणू और क्लीन परवाणू के सपने को पंख लगेंगे।

माइक्रोटेक कंपनी के सीईओ व परवाणू इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबोध गुप्ता ने कहा कि 15 दिसंबर 2017 को राज्यपाल आचार्य देवव्रत परवाणू आए थे और उन्होंने स्वच्छता में योगदान देने की बात सभी उद्योगों से कही थी और शपथ भी दिलाई। इसके बाद से ही कंपनी ने पहले बड़े स्तर पर दो हजार से अधिक कर्मचारियों के साथ स्वच्छता अभियान चलाया। इसके बाद लगातार एक वर्ष से अभियान जारी है। कंपनी के पदाधिकारी संदीप प्रभाकर ने बताया कि उनका यह मिशन आगे भी इसी तरह जारी रहेगा। हालांकि इसका असर अब दिखने लगा है। लोग अब खुद आगे आ रहे हैं।

दिल्ली से मंगवाई किट

कंपनी के एचआर मैनेजर संदीप प्रभाकर बताते हैं कि उनकी कंपनी में स्वच्छता अभियान के लिए बडे़ करीब 100 झाड़ू, मॉस्क किट व अन्य उपकरणों को दिल्ली से मंगवाया है। कंपनी इस स्वच्छता अभियान पर प्रतिमाह करीब पचास हजार रुपये खर्च करती है। कंपनी में कुल 2325 कर्मचारी काम करते हैं। यह सभी अभियान में भाग ले चुके हैं।

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अब तक 55 टन कूड़ा ठिकाने लगाया

कंपनी के वरिष्ठ प्रतिनिधि सुशांत शर्मा ने बताया कि करीब 55 टन कूड़ा ठिकाने लगाया है। बड़े बैगों में कूड़े को भरकर नगर परिषद की गाड़ी को दिया जाता है, जो इसे ठिकाने लगाती है।


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