बद्दी का साई बाजार 14 दिन के लिए बंद
जब कोई बाहर से आता है और प्रशासन के दिशा-निर्देशानुसार क्वारंटाइन नहीं होता तो न केवल वह अपने परिवार व खतरे में डालता है अपितु पूरे समाज को खतरे में डालता है। ऐसा ही एक उदाहरण बद्दी में साईं रोड पर देखने में आया है। साई रोड पर एक मुस्लिम समुदाय से जुड़ा व्यक्ति चाय की दुकान चलाता है। लॉक डाउन के दौरान उसके कुछ रिश्तेदार बाहर (दिल्ली) से बददी आए। उन्होंने प्रशासन को बताकर क्वारंटाइन होने की बजाय अपनी ही दुकान के अंदर पनाह दे दी। यह परिवार नियमित तौर पर काम करने लग गया। पांच दिन पहले उनमें से बाहर से आए वह लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब कोरोना का खतरा परिवार को
संवाद सहयोगी, बद्दी : जब कोई बाहर से आता है और प्रशास के दिशा-निर्देशानुसार क्वारंटाइन नहीं होता तो न केवल वह अपने परिवार को खतरे में डालता है, अपितु पूरे समाज को खतरे में डाल देता है। ऐसा ही उदाहरण बद्दी स्थित साई रोड़ में सामने आया है।
साई रोड पर एक मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति चाय की दुकान करता है। लॉकडाउन के दौरान उसके कुछ रिश्तेदार दिल्ली से बद्दी आए। उन्होंने रिश्तेदारों कके क्वारंटाइन करने की दुकान में पनाह दे दी। यह परिवार नियमित तौर पर काम करने लग गया। पांच दिन पहले उनमें से बाहर से आए लोगो में से मां-बेटा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अब कोरोना का खतरा परिवार को तो है ही, साथ ही उन लोगों को भी है जिनको वह दुकान से चाय पिलाते थे। इस पर जिला प्रशासन ने 14 दिन के लिए पूरे साई बाजार को बंद कर दिया।