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आबादी के हिसाब से नहीं मिला राशन

बद्दी-बरोटीवाला में केंद्र सरकार द्वार राशन के रूप में भेजी गई फौरी राहत को लेकर विवाद छिड़ गया है। बद्दी-बरोटीवाला की प्रवासी आबादी के अनुरूप बहुत ही कम मात्रा में राशन की खेप यहां पहुंची जिससे सबको उसका लाभ नहीं मिल सका। गौरतलब है कि भारत सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को राहत देने के उदेश्य से मई माह में वन टाइम राशन हर मजदूर के लिए भिजवाया था। इसके तहत पांच किलो प्रति व्यक्ति चालव व एक किलो दाल प्रति परिवार वितरित किया जाना था। इसके लिए एक फार्म बनाया था जिसे पंच या पार्षद के माध्यम से तसदीक किया जाना था। राशन लेने के लिए बद्दी-बरोटीवाला के डिपूओं में भारी भीड़ उमड़ पड़ी लेकिन राशन सिर्फ 25 फीसदी आबादी को ही आबंटित हो पाया। इसका कारण राशन की कम खेप का यहां पहुंचना रहा। इससे मजूदरों को भारी प

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 05:01 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 05:01 PM (IST)
आबादी के हिसाब से नहीं मिला राशन
आबादी के हिसाब से नहीं मिला राशन

रणेश राणा, बद्दी

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बद्दी-बरोटीवाला में केंद्र सरकार द्वारा राशन के रूप में भेजी फौरी राहत पर विवाद छिड़ गया है। बद्दी-बरोटीवाला की अन्य राज्यों के लोगों की आबादी के अनुरूप बहुत ही कम मात्रा में राशन पहुंचा है क्योंकि सभी को राशन नहीं मिल पाया है।

केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को राहत देने के उद्देश्य से मई में वन टाइम राशन हर मजदूर के लिए भिजवाया था। इसके तहत पांच किलो प्रति व्यक्ति चावल व एक किलो दाल प्रति परिवार दी जानी थी। इसके लिए एक फार्म बनाया था, जिसे पंच या पार्षद के माध्यम से तसदीक किया जाना था। राशन लेने के लिए बद्दी-बरोटीवाला के डिपो में भारी भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन राशन सिर्फ 25 फीसद आबादी को ही मिल पाया है।

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कहां बिगडी व्यवस्था

बद्दी शहर की पुरानी जनगणना के अनुसार यहां की आबादी 29 हजार है, लेकिन अब उसका आंकड़ा लगभग 80 हजार तक पहुंच चुका है। इसमें स्थानीय लोगों से इतर यहां 50 हजार प्रवासी आबादी है। इसी तरह बरोटीवाला क्षेत्र में भी प्रवासी आबादी 30 हजार है। बद्दी-बरोटीवाला में 80 हजार प्रवासी कामगार थे। इनके लिए केंद्र सरकार ने फौरी राहत वन टाइम भेजी थी। वहीं दूसरी और खाद्य आपूर्ति विभाग ने जो दावा किया है, उसके अनुसार जितना राशन केंद्र सरकार ने भेजा था वे यहां की आबादी के हिसाब से अपर्याप्त था। ऐसे में सिर्फ 17 हजार लोगों को ही राशन आवंटित हो पाया।

बद्दी-बरोटीवाला दो विकास खंडों नालगढ़ व धर्मपुर में बंटे होने के कारण प्रवासी कामगारों को राशन कम मिल पाया है। ------------

850 क्विंटल राशन आया था जो कि 17 हजार लोगों यानी लगभग 4500 परिवारों में बांटा गया है। प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल व प्रति परिवार किलो दाल दी गई है। बद्दी में जो राशन आया था उसमें धर्मपुर ब्लॉक की छह राशन दुकानें भी शामिल थीं।

-कमल कांत, खाद्य निरीक्षक।

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सबको राशन दे सरकार : अनुभव

दून जनहित मोर्चा के संयोजक अनुभव अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री राम बिलास पासवान व प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजी मेल में लिखा है कि बद्दी-बरोटीवाला में अधिकांश मजदूरों को मई का वन टाइम राशन नहीं मिला है। बीबीएन में 2500 झुग्गी-झोपड़ी हैं। यहां पर 240 टन राशन की जरूरत थी, लेकिन 10 टन के लगभग ही पहुंचा जोकि मजदूरों से अन्याय है। उन्होने कुछ मजदूरों नाम पते भी मुख्य सचिव को भेजे जिनको राशन नहीं मिला।


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