परवाणू में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू का फूंका पुतला
युवा इंटक ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने की मांग की। समर्थकों ने कहा कि अगर उन्हें नहीं हटाया गया तो वे लोकसभा चुनाव में उनका साथ नहीं देंगे।
परवाणू, जेएनएन। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से इंटक के प्रदेशाध्यक्ष बावा हरदीप सिंह को पद से हटाने पर युवा इंटक बिफर गई है। इसके विरोध में मंगलवार को युवा इंटक के प्रदेशाध्यक्ष यशपाल सिंह ठाकुर के नेतृत्व में परवाणू के मुख्य चौक पर सुखविंदर सिंह सुक्खू का पुतला फूंका। इस दौरान युवा इंटक ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने की मांग की। समर्थकों ने कहा कि अगर उन्हें नहीं हटाया गया तो वे लोकसभा चुनाव में उनका साथ नहीं देंगे।
यशपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बैठ कर गैर जिम्मेदाराना तरीके से हरदीप सिंह को हटाकर किसी दूसरे को नियुक्ति दी है, जबकि यह सुक्खू के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। बावा हरदीप सिंह को 20 अगस्त 2017 को बिलासपुर में 118 यूनियनों के प्रतिनिधियों ने तीन साल के लिए अध्यक्ष चुना है। सुक्खू चाह कर भी अगस्त 2020 तक बावा हरदीप सिंह को अध्यक्ष पद से नहीं हटा सकते। काग्रेस के किसी भी अध्यक्ष या पदाधिकारी को इंटक में किसी भी तरह के नियुक्ति या निरस्त करने का कोई अधिकार नहीं है।
हरदीप बावा की इंटक को मान्यता नहीं
सुक्खू कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इंटक काग्रेस का संगठन है व इंटक से जुड़ने वाला हर कार्यकर्ता काग्रेस द्वारा मान्यता प्राप्त होने पर ही इंटक से जुड़ सकता है। बावा हरदीप ने काग्रेस पार्टी के खिलाफ काम किया है, जिस कारण उन्हें पार्टी द्वारा छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है, इसी कारण इंटक की अध्यक्षता को भी रद करार दिया गया है। हरदीप बावा की जगह प्रदेश की अध्यक्षता बबलू पंडित को चुनाव तक प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में सौंप दी गई है। हरदीप द्वारा चलाए जा रहे किसी भी संगठन का इंटक से कोई वास्ता नहीं है, पार्टी की ओर से हरदीप बावा की इंटक मान्य नहीं।
अपनी जिम्मेदारी को निभाउंगा
बबलू नव नियुक्त इंटक प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बबलू पंडित ने कहा की मेरा किसी व्यक्ति विशेष से कोई सरोकार नहीं है, परंतु संगठन ने मुझ पर भरोसा कर जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे मैं ईमानदारी से निभाउंगा। संगठन का यह फैसला कुछ चुनिंदा कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतर रहा, क्योंकि उनकी लूट के साधन उनके हाथ से निकल गए हैं। इस कारण वह बौखला गए हैं व बचकाना हरकतें कर रहे हैं।