नालागढ़ में अब कांग्रेस समर्थित बनेगा अध्यक्ष
नगर परिषद नालागढ़ में भाजपा समर्थित पांच पार्षदों के जीतने के बावजूद कांग
संवाद सूत्र, नालागढ़ : नगर परिषद नालागढ़ में भाजपा समर्थित पांच पार्षदों के जीतने के बावजूद कांग्रेस ने बाजी मार ली है। कांग्रेस एक निर्दलीय व भाजपा समर्थित पार्षद को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो गई है। निर्दलीय पार्षद कांगेसी है और भाजपा समर्थित पार्षद पहले कांग्रेसी रह चुका है। कांग्रेस के दांव से भाजपा को झटका लगा है।
विधायक लखविदर राणा, पूर्व चेयरमैन बावा हरदीप सिंह, एसजीपीसी सदस्य डा. दिलजीत सिंह भिडर ने बैठक कर रणनीति तैयार की। इसके बाद पंजाब के धार्मिक स्थल नूरपुर बेदी में जाकर पांचों पार्षदों को ले जाकर कसमें खिलाई। इससे नालागढ़ नगर परिषद की राजनीति में उलटफेर हो गया। कांग्रेस समर्थित अल्का वर्मा, रीना शर्मा व अमरिदर भिडर जीते हैं, जबकि वंदना बंसल ने आजाद चुनाव जीता है। तीनों ने भाजपा समर्थित पार्षद महेश गौतम को अपने पक्ष में किया है, पूर्व में कांग्रेसी रहे हैं और बावा हरदीप सिंह के करीबी हैं। अब कांग्रेस के पास पांच पार्षद हो गए है और इनमें से ही अध्यक्ष चुना जाएगा। समझौते के तहत अध्यक्ष के लिए ढाई-ढाई साल व उपाध्यक्ष के लिए तीन, एक-एक साल के लिए सहमति बनी है। पहले अध्यक्ष पद वंदना बंसल के पास रहेगा। इसके बाद अल्का वर्मा अध्यक्ष बनेगी। उपाध्यक्ष पद पहले तीन साल के लिए महेश गौतम के पास रहेगा। इसके बाद एक साल अमरिदर भिडर व एक साल रीना शर्मा के पास रहेगा। विधायक लखविदर राणा ने बताया कि अध्यक्ष कांग्रेस समर्थित बनेगा। पांच पार्षद एकजुट हो गए हैं और पदों का बंटवारा भी हो चुका है।