बस किराया बढ़े पर लोगों का रहे ध्यान
निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल के बाद प्रदेश सरकार निजी बसों के कि
आशुतोष डोगरा, सोलन
निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल के बाद प्रदेश सरकार निजी बसों के किराये में बढ़ोतरी करने जा रही है। निजी बस संचालकों ने डीजल के तेजी से बढ़ रहे दाम व अन्य मांगों को लेकर राज्यस्तरीय हड़ताल की थी। इस पर प्रदेश सरकार ने बस संचालकों से बैठक के दौरान किराया बढ़ाने की मांग को स्वीकार कर लिया। वहीं, जनता का मानना है कि सरकार बस किराया महंगाई के हिसाब से बढ़ाए, जिससे लोगों पर अधिक बोझ न पड़े। इस मुद्दे पर शहर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
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सरकार को बस किराया महंगाई के हिसाब से बढ़ाना चाहिए। सरकार जनता पर अत्याधिक किराया बढ़ाकर बोझ न डाले। इसके अलावा बस संचालकों की समस्याओं को ध्यान में रखकर ही फैसला करना चाहिए।
-मुकेश गुप्ता, प्रधान व्यापार मंडल सोलन।
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निजी बस संचालकों को अर्से से भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। तेजी से बढ़ती डीजल की कीमत, सड़कों की खस्ताहालत, बसों के रखरखाव को देखते हुए सरकार को किराया बढ़ाना चाहिए, जिससे बस संचालकों को राहत मिल सके।
विनय भगनाल, संचालक भगनाल बस सर्विस।
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सरकार को जनता के हितों को ध्यान में रखकर ही बस का किराया बढ़ाना चाहिए। बसों में गरीब से लेकर मध्यम वर्ग के लोग सफर करते हैं, जिनकी आमदनी सीमित होती है। ऐसे में सरकार को अधिक किराया नहीं बढ़ाना चाहिए।
-इंद्र कुमार।
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पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के कारण किराया बढ़ना चाहिए, लेकिन सरकार को जनता व बस संचालकों दोनों के हितों को ध्यान में रखकर ही फैसला लेना चाहिए।
-मनोज गुप्ता, महासचिव,
सोलन व्यापार मंडल।