कार पार्किंग में थम गई सोलन शहर की रफ्तार
तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ते सोलन शहर में पार्किंग की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है।
आशुतोष डोगरा, सोलन
तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ते सोलन शहर में पार्किंग की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। नगर परिषद व प्रशासन शहर में पार्किंग जैसी मूलभूत सुविधा देने में लगातार नाकाम रहा है। शहर में कई स्थानों पर पार्किंग बनाने के मामले प्रस्तावित हैं, लेकिन अभी तक धरातल पर कोई सुविधा नहीं मिल पाई है। इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क किनारे वाहन पार्क होने से यातायात जाम की समस्या झेलनी पड़ती है।
यूं तो चुनाव आते ही सभी राजनीतिक दल शहर में पार्किंग की समस्या को खत्म करने के वादे करते हैं। लेकिन असल में इस गंभीर मुद्दे पर चुनाव जीतने के बाद कोई कार्य नहीं होता, जिससे नेताओं की कथनी और करनी में अंतर साफ तौर से देखा जा सकता है।
सोलन शहर में पुराना बस स्टैंड, विश्राम गृह, रेलवे रोड व डाईट के समीप बहुमंजिला पार्किंग बनाने की योजना थी। इनमें सैकड़ों वाहन एक साथ पार्क करने की योजना थी। रेलवे रोड पार्किंग का कार्य वर्तमान में चला हुआ है, लेकिन वह पूरा कब तक होगा इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है। बता दें कि सोलन के पुराने बस स्टैंड पर सेना के साथ लगती भूमि पर बहुमंजिला पार्किंग बनाने की योजना है, जिसमें लगभग 250 वाहनों के खड़े होने की सुविधा सहित धरातल मंजिल पर कुछ दुकानें बनाने का भी प्रस्ताव है। इसमें बाधा यह है कि यह भूमि सेना के अधीन है, लेकिन खाली है। इसके लिए सालों से सैन्य अधिकारियों से बात भी चल रही है, लेकिन अभी तक मामला सिरे नहीं चढ़ पाया था। इसके अलावा डाईट के समीप प्रस्तावित पार्किंग को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
--------
माल रोड पर सबसे अधिक समस्या
जिला प्रशासन द्वारा माल रोड को नो पार्किंग जोन तो घोषित कर दिया, लेकिन लोग वाहन पार्क कहां करें इसका कोई प्रावधान नहीं किया। शहर में वाहनों के संख्या आबादी के साथ लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन नगर परिषद व प्रशासन इस पर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। वर्तमान में जो पार्किंग परिषद द्वारा संचालित की जा रही है, वह नाकाफी है। वहीं शहर में पार्किंग की कमी होने के कारण पार्किंग संचालक भी मनमाने दाम वसूलते हैं। शहर में नगर परिषद द्वारा नप कार्यालय के समीप, शूलिनी माता मंदिर के नजदीक, विश्राम गृह पार्किंग बनाई गई हैं, जो हमेशा ही भरी रहती हैं।
नगर परिषद ने सड़क किनारे बना दी पार्किंग
सोलन नगर परिषद द्वारा विश्रामगृह के नजदीक सड़क किनारे ही पार्किंग बना दी गई है। इस पार्किंग में दिनरात वाहन खड़े रहते हैं। सवाल यह भी है कि जहां एक तरफ तो माल रोड को नो पार्किंग जोन बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ पुराना बस स्टैंड से कुछ ही दूरी पर सड़क किनारे ही पार्किंग बना दी गई है। प्रशासन व नगर परिषद के इस प्रकार के दोहरे मापदंडों पर सवाल उठ रहे हैं।
---------
क्या कहती है जनता
-आज के समय में सोलन शहर में पार्किंग की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। प्रशासन व नगर परिषद को चाहिए कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए, जिससे लोगों को लाभ मिल सके।
-विनेश धीर सोलन।
------
शहर में वाहन पार्क करना बहुत बड़ी समस्या है। सड़क किनारे वाहन खड़े करने के लिए लोग मजबूर हैं, जिससे जनता काफी परेशान है। नगर परिषद इसके लिए प्रयास करने चाहिए।
-रवि शर्मा, सोलन।
-------
शहर की पुराने बस स्टैंड में पार्किंग का निर्माण लंबित है। इस पर प्रशासन को गंभीरता दिखाने की जरूरत है। इस पार्किंग के निर्माण से शहर में लगने वाले जाम व नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों पर भी रोक लगेगी। व्यापारी वर्ग को भी इससे लाभ मिलेगा।
-मुकेश गुप्ता, प्रधान व्यापार मंडल।
---------
कांग्रेस के कार्यकाल में पुराने बस स्टैंड पर बनने वाली पार्किंग के लिए सेना से जमीन लेने का मामला स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री ने उठाया था। आज यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है। इस पर जरूरी आगामी कार्रवाई होनी चाहिए।
मुकेश शर्मा, प्रवक्ता जिला कांग्रेस सोलन।
-------
शहर में पार्किंग व्यवस्था बदहाल है पुराने बस स्टैंड व माल रोड पर अगर किसी जरूरी कार्य के लिए कुछ देर रुकना हो तो गाड़ी खड़ी करने के लिए कोई प्रबंध नहीं है। अगर सड़क किनारे गाड़ी खड़ी होती है तो उसका कुछ ही सेकेंड में चालान कट जाता है।
-दीपक सूद, सोलन।
-------
मेरा घर माल रोड पर स्थित है। अगर घर में मेहमान आ जाते हैं तो गाड़ी कहां खड़ी करें इसकी परेशानी हो जाती है। ऐसा ही हाल शहर के अन्य क्षेत्रों का है। इस पर प्रशासन को कुछ सोचना चाहिए।
-पवन कुमार।
------
सोलन शहर में लगातार वाहनों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन वाहन खड़े करने के लिए जगह की कमी है, जो पार्किंग हैं भी वे पहले से ही भरी रहती हैं। नगर परिषद व प्रशासन इस बारे जल्द कोई कार्रवाई करे।
-सतीश कुमार, सोलन।