अदम्य बहादुरी के लिए पैरा कंमाडो नायब सूबेदार अनिल को शौर्य चक्र
36 घंटे तक एलओसी पर बिना किसी हलचल के दुश्मन पर निगरानी करने के बाद पलक झपकते ही तीन आंतकवादियों को मारने वाले नाहन फर्स्ट पैरा के कमांडोज नायब सूबेदार अनिल कुमार दहिया को मंगलवार को राष्ट्रपति द्वारा शैर्य चक्र से नवाजा गया। 4 दिसंबर 2017 की का जम्मू-काश्मीर के लाईन ऑफ कंट्रोल पर तैनात भारतीय सेना की एक टुकडी को सीमा पार से आतंकवादी लॉचिग पैड पर घुसपैठ करने के की जानकारी मिली थी। भारतीय सेना के खुफिया तंत्र व टारगेट की जानकारी हासिल करने के बाद मेजर कृष्ण सिंह रावत के नेतृत्व में सेना की टुकड़ी
जागरण संवाददाता, नाहन : फर्स्ट पैरा के कमांडो नायब सूबेदार अनिल कुमार दहिया को मंगलवार को राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया है। चार दिसंबर, 2017 को जम्मू-कश्मीर के लाइन ऑफ कंट्रोल पर तैनात भारतीय सेना की एक टुकड़ी को सीमा पार से आतंकवादी लॉचिग पैड पर घुसपैठ करने की जानकारी मिली थी। भारतीय सेना के खुफिया तंत्र व टारगेट की जानकारी हासिल करने के बाद मेजर कृष्ण सिंह रावत के नेतृत्व में सेना की टुकड़ी ने आतंकी गतिविधियों का अवरोधन करना शुरू कर दिया। नाहन फर्स्ट पैरा के कमांडो नायब सूबेदार अनिल कुमार दहिया की तैनाती असाधारण व मुश्किल क्षेत्र में थी। अन्य जवानों के साथ दहिया लगभग 100 मीटर तक रेंगते हुए आगे बढ़े। इसी जगह पर आतंकियों ने छिपने का ठिकाना बनाया हुआ था। दृढ़ संकल्प व सतर्कता से नायब सूबेदार दहिया ने 36 घंटे तक पहले आतंकवादियों की गातिविधियों पर निगरानी की। इसी दौरान पांच आतंकियों की मूवमेंट को देखा। बहादुरी का परिचय देते हुए दहिया ने तीन आतंकियों को अकेले ही ढेर कर दिया। अदम्य साहस व बहादुरी के साथ-साथ कनिष्ठ लीडरशिप के लिए उदाहरण पेश करने पर नायब सूबेदार अनिल कुमार दहिया को शौर्य चक्र से नवाजा गया।