डीजीपी ने विद्यार्थियों को किया नशे के खिलाफ जागरूक
बाहरा विवि में मंगलवार को नशा मुक्त कैंपस बनाने पर एक एक समीनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला शिमला के पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने बतौर मुख्या वक्ता शिरकत की। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ सतीश कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। मरडी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए बताया कि नशा एक •ाहर है जो कि मनुष्य को भीतर से समाप्त कर देता है। उन्होंने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धा के दौर में युवा नशे की तरफ आकर्षित होते हैं लेकिन नशा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि एक फुटबॉल चैंपियन मानसिक तौर पर स्वस्थ और ईश्वर के ज्यादा करीब होता है बजाये उसके जो नहीं खेलता। उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस एक एप्प लांच करने जा रही है जिससे कोई भी नशे के कारोबारियों या सेवन करने वालों की
जागरण संवाददाता, सोलन : बाहरा विवि में मंगलवार को नशा मुक्त कैंपस बनाने पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इस पर जिला शिमला के पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ सतीश कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि नशा एक जहर है जोकि मनुष्य को भीतर से समाप्त कर देता है। आज के प्रतिस्पर्धा के दौर में युवा नशे की तरफ आकर्षित होते हैं, लेकिन नशा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। हिमाचल पुलिस एक एप्प लांच करने जा रही है, जिससे कोई भी नशे के कारोबारियों या सेवन करने वालों की जानकारी दे सकता है। जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। प्रदेश में पंजाब से फैल रहे नशे के कारोबार पर रोक लगाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है, किन्तु इसमें लोगों की भी मदद व सावधानी जरूरी है। छात्रों का मुख्य सवाल था कि ड्रग्स पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जाता, जिसके जवाब में महानिदेशक ने कहा कि प्रतिबंध लगाना कोई हल नहीं। बिहार जैसे राज्य में शराब के प्रतिबंध के बावजूद उसकी खपत में कमी नहीं आई है। सेमिनार के अंत में बाहरा विवि के रजिस्ट्रार विनीत कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इस मौके पर डॉ. एससी शर्मा भी मौजूद रहे।