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नेपाल जाने से पहले पैसे कमाना चाहता था नागेश का हत्यारोपी

अपहरण के बाद हत्या मामले में एक नया खुलासा हुआ है, नेपाल मूल का व्यक्ति विपिन शिमला से सोलन घटना के पिछले दिन ही आया था।

By Edited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 07:42 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 03:02 AM (IST)
नेपाल जाने से पहले पैसे कमाना चाहता था नागेश का हत्यारोपी
नेपाल जाने से पहले पैसे कमाना चाहता था नागेश का हत्यारोपी

सोलन, जेएनएन। अपहरण करने के बाद नाबालिग की हत्या करने के मामले में वीरवार को नया खुलासा हुआ है। पुलिस तहकीकात में सामने आया है कि नेपाल मूल का व्यक्ति विपिन शिमला से सोलन घटना के पिछले दिन ही आया था। वह शिमला से नेपाल के लिए ही निकला था, लेकिन उसने रास्ते में ऐसा मन बनाया कि वह सोलन में किसी का अपहरण करके पैसा जुटाएगा।

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घटना से पिछली रात वह सोलन रेलवे स्टेशन के निकट नवनिर्मित किसी भवन में रहा और सुबह उठते ही शामती की तरफ निकल गया। उसके बाद उसे नागेश अकेला मिल गया और वह उसके साथ दोस्ती करता हुआ आगे बढ़ा। आरोपित विपिन ने नागेश को पटाखे जलाने के लिए माचिस दी और दोनों ने एक साथ पटाखे भी जलाए। इसके बाद वह उसे बातों में बहलाकर जंगल की तरफ ले गया। जैसे ही वक्त बीता तो उसने योजना पर काम करना शुरू कर दिया। विपिन ने उसे बहलाकर रोके रखा लेकिन नागेश के स्कूल में पेपर था और वह स्कूल जाने की जिद करने लगा। इस पर वह भड़क गया और उसने उसका गला दबा दिया जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना सुबह करीब दस बजे की है। इसके बाद वह नागेश का आई कार्ड जेब में लेकर वहां से निकल गया और उसके पिता को फिरौती के लिए फोन करने लगा। एएसपी सोलन डॉ. शिव कुमार ने कहा कि आरोपित तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। वीरवार को कोठों के निकट जंगल से नागेश का बस्ता बरामद किया है।

शिमला में महाजन मोबाइल शॉप में काम करता था आरोपित पुलिस ने बताया कि तहकीकात में पता चला है कि आरोपित विपिन शिमला स्थित महाजन मोबाइल शाप में काम करता था। वह यहां छह माह से नौकरी कर रहा था। इससे पहले वह जिला सिरमौर के राजगढ़ में एक वर्ष तक अपने परिवार के साथ रह चुका है।

मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को दी तीन लाख की राहत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नेपाली युवक द्वारा 12 वर्षीय विद्यार्थी नागेश कुमार के अपहरण और बाद में उसकी हत्या किए जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने वीरवार को नागेश के पिता भगत राम से दूरभाष पर बात कर परिवार का हौसला बढ़ाया। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में प्रदेश के लोग उनके साथ हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से शोक संतप्त परिवार को तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

छोटे प्रदेश में ऐसी घटनाएं बड़ी लगती हैं प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ने के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां ऐसी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन उन पर पूरी तरह से कानूनी कार्रवाई की जा रही है ताकि ऐसे मामलों पर लगाम लग सके। जयराम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश छोटा राज्य है इसके चलते ऐसी छोटी घटनाएं भी बड़ी प्रतीत होती हैं लेकिन फिर भरी सरकार ऐसे मामलों पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही है।


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