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कूड़ादान बेच दिए अब सफाई नहीं दे रही नगर परिषद

नगर परिषद की आम सभा में सलोगड़ा से बिना किसी नोटिस व जानकारी उठाए गए पुराने डंपर को कबाड़ में देने के मामले पर नगर परिषद अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 04:47 PM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 04:47 PM (IST)
कूड़ादान बेच दिए अब सफाई नहीं दे रही नगर परिषद
कूड़ादान बेच दिए अब सफाई नहीं दे रही नगर परिषद

आशुतोष डोगरा, सोलन

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नगर परिषद की आम सभा में सलोगड़ा से बिना किसी नोटिस व जानकारी उठाए पुराने डंपर को कबाड़ में देने के मामले पर नगर परिषद अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। पदाधिकारियों की चुप्पी से यह मामला गंभीर होता जा रहा है। खास बात तो है यह कि सभी सदस्यों की मौजूदगी में भाजपा समर्थित पार्षद ने ही इस मामले को उठाया था, लेकिन इसके बाद उक्त पार्षद को इस मामले के बारे में कोई जबाव नहीं दिया गया।

सलोगड़ा में शहर के हटाए गए पुराने डंपरों को कबाड़ में बेचने के लिए रखा था, जिसमें से नगर परिषद द्वारा 10 डंपरों को तो नीलाम कर दिया, लेकिन अन्य 10 डंपरों को बिना किसी सूचना के बेच दिया गया। इस घटना के बाद से नगर परिषद की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। नगर परिषद के पार्षदों के बीच भी इस मामले को लेकर चर्चा है। बताया जा रहा है कि 300 क्विंटल लोहे के डंपरों के बिना किसी रिकॉर्ड बेचे जाने से नगर परिषद के खाते में जाने वाले हजारों रुपये में सेंध लगी है। इससे नुकसान आम जनता का हुआ है।

सोलन शहर में सफाई व्यवस्था को ठीक रखने के लिए शहर में गत माह में 20 नए लोहे के कूड़ादान खरीदे गए, जिसके चलते शहर से 20 पुराने कूड़ादान हटाए गए थे। इनको कबाड़ में बेचने के लिए सलोगड़ा में रखा गया था। सलोगड़ा में रखे गए पुराने डंपरों में से दस डंपरों को बिना किसी सूचना व न ही किसी अधिकारी के मौजूदगी में उठा दिया गया। इस मामले के उठते ही शहर में चर्चाओं का माहौल गर्म है। इस मामले में एक पूर्व पार्षद का नाम भी सामने आ रहा है। खास बात तो है कि भाजपा की पार्षद ने इस मामले को सबके सामने बैठक में रखा, जिस पर बैठक में मौजूद अध्यक्ष ने जांच करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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ये उठ रहे सवाल

-पुराने डंपरों को जब कबाड़ में एक साथ बेच जाना था तो 10 डंपरों को पहले व 10 को बाद में क्यों बेचा।

-अगर डंपरों को बचा भी गया तो इसका कोई हिसाब नगर परिषद के पास क्यों नहीं है।

-मामले पर नगर परिषद के पदाधिकारी कोई बयान देने से भी बच रहे हैं।

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मामले को मैंने नगर परिषद की बैठक में सबसे पहले उठाया था। बैठक के इतने दिन बीत जाने के बाद से भी अभी नगर परिषद द्वारा कोई जबाव नहीं दिया है।

-सुषमा शर्मा, पार्षद वार्ड दो।

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सलोगड़ा से डंपर उठाए जाने का मामला नगर परिषद की बैठक में उठाया था। इसके लिए नगर परिषद के पदाधिकारियों ने टीम गठित करने की बात कही गई है, जो अपने स्तर पर जांच करेगी।

-कर्मचंद, सेनेटरी इंस्पेक्टर।

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नहीं आई कोई शिकायत

नगर परिषद की उपाध्यक्ष मीरा आनंद ने बताया कि हमें इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है।


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