बीबीएन में गेहूं बिजाई का कार्य शुरू
बारिश के बाद बीबीएन में किसानों ने गेहूं की बिजाई का कार्य शुरु कर दिया है। खेतों में पर्याप्त नमी होने से किसानों को इस वर्ष ¨सचाई नहीं करनी पड़ी। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि किसान समय पर गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा करें। विभाग के पास उत्तम किस्म का बीज उपलब्ध है और किसान समय पर बिजाई करके अच्छी फसल तैयार कर सकते है।
संवाद सूत्र, नालागढ़ : बारिश के बाद बीबीएन में किसानों ने गेहूं की बिजाई का कार्य शुरू कर दिया है। खेतों में पर्याप्त नमी होने से किसानों को इस वर्ष सिंचाई नहीं करनी पड़ी। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि किसान समय पर गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा करें। विभाग के पास उत्तम किस्म का बीज उपलब्ध है और किसान समय पर बिजाई करके अच्छी फसल तैयार कर सकते है। बीबीएन में 4800 हेक्टेयर जमीन पर गेहूं की खेती होती है, जिस पर करीब छह हजार क्विंटल बीज लगता है। विभाग ने किसानों एचडी 3086, डब्ल्यूएच 1105 तथा स्थानीय प्रजाति एचपीडब्ल्यू 368, एचपीडब्ल्यू 236, डब्ल्यूएच 1086 बीज लगाने की सलाह दी है। समय रहते अगर किसान इस बीज को लगाता है और समय पर बारिश व सिंचाई होती है तो किसान अच्छी फसल कमा सकता है। खेड़ा के किसान अवतार ¨सह, बरुणा के जगजीत ¨सह, विनोद ठाकुर, मैसी प्लासी के अवतार ¨सह, मझोली के सुच्चा ¨सह, नंगल के टेकचंद, रामशहर के वीरेंद्र शमर, धमरणा के किसान रामचंद ने बताया कि बीबीएन में 75 फीसद किसान आसमान पर निर्भर है इस वर्ष समय रहते बारिश होने से किसानों ने राहत की सांस ली है। सिंचित क्षेत्र में किसानों को पहले खेतों की ¨सचाई करनी पड़ती थी जिसके चलते उन्हें फसल लगाने में देरी हो जाती थी, लेकिन इस वर्ष समय पर बारिश होने से किसान काफी खुश है और रवि की अच्छी फसल होने की उम्मीद किसानों को जगी है। नालागढ़ के विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. प्रेम ठाकुर ने बताया कि किसान बारिश के बाद गेहूं की बिजाई का कार्य शुरू कर सकते है। विभाग के पास बीज पयरप्त मात्रा में है और किसान समय पर बिजाई करके इसका फायदा उठा सकते है। उन्होंने किसानों से कहा कि जिन किसानों ने बीज नहीं लिया है वह समय रहते विभाग के विक्रय केंद्रों से ले ले। विभाग के पास बीज पर्याप्त मात्रा में है।