Solan: शराब के अवैध कारोबार पर लगेगी लगाम, सोलन के शराब उद्योग में ट्रेक एडं ट्रेस पालिसी के तहत उत्पादन शुरू
Solan News हिमाचल प्रदेश के सोलन में शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगेगी। जिला सोलन की बात करें तो फिल्हाल एक अंग्रेजी शराब उद्योग में नई आबकारी पालिसी ट्रेक एडं ट्रेस के तहत शराब का उत्पादन शुरू हो गया है।
सोलन, विनोद कुमार: प्रदेश में अवैध शराब के कारोबार पर अब जल्द ही लगाम लगेगी। आबकारी एवं कराधान विभाग ने ट्रेक एडं ट्रेस पालिसी को धरातल पर उतारकर शराब का उत्पादन शुरू कर दिया है। जिला सोलन की बात करें तो फिल्हाल एक अंग्रेजी शराब उद्योग में नई आबकारी पालिसी ट्रेक एडं ट्रेस के तहत शराब का उत्पादन शुरू हो गया है। इसके लिए वीरवार को हैदराबाद भी आईटी कंपनी ने शराब उद्योग का दौरा कर सफल ट्रायल भी किया।
ट्रेक एंड ट्रेस के तहत शराब की बोतल का उत्पादन किया जाएगा शुरू
जिला आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों की माने तो अन्य उद्योगों में भी जल्द ट्रेक एडं ट्रेस के तहत शराब की हर बोतल का उत्पादन शुरू किया जाएगा। जिला सोलन में चार उद्योगों में शराब उत्पादन होता है, जिनमे से एक में ट्रेक एडं ट्रैस पालिसी से उत्पादन शुरू हो गया है। बाकि तीन उद्योगों में शराब की बोतलों में हालमार्क लगाने की मशीने स्थापित हो चुकी है। विभाग का दावा है जल्द ही सभी उद्योगों में पालिसी को लागू किया जाएगा।
यह पालिसी लागू होने के बाद बोतलों पर लगे हाल मार्क को स्कैन कर कोई भी शराब की गुणवत्ता को जांच सकेगा। इस व्यवस्था के लागू होते ही नकली शराब का धंधा बंद हो जाएगा। विश्व बैंक से पोषित इस योजना पर बीते एक वर्ष से अधिक समय से कार्य चल रहा है। सभी डिस्टिलरी, बाटलिंग प्लांट, होलसेल और गोडाउन में ट्रैक एंड ट्रेसिंग के लिए उपकरण स्थापित किए गए है। इस पालिसी के लागू हाेने के बाद से शराब के उत्पादन से लेकर बिक्री तक आनलाइन निगरानी के लिए तकनीक विकसित हो जाएगी व शराब की तस्करी का धंधा कम हो जाएगा।
नए वित वर्ष से शुरू होना था नई पालिसी के तहत उत्पादन
नए वित वर्ष अप्रैल 2023 से प्रदेश में ट्रेक एडं ट्रेस पालिसी लागू करने की विभाग की योजना थी, लेकिन पूरा अप्रैल माह का समय विभाग को सारा डाटा आनलाइन करने में लग गया। इसके बाद एक मई से आबकारी एवं कराधान विभाग के आधुनिक तकनीक से लैस पोर्टल ने कार्य करना शुरू कर दिया। एक मई से शराब के सभी परमिट व भुगतान को पोर्टल पर आनलाइल कर दिया है। इसके लिए साफ्टवेयर व मोबाइन एप्लीकेशन तैयार करने का कार्य हैदराबाद की एक आईटी कंपनी को दिया गया था।
वहीं शराब उद्योगों में हालमार्क लगाने के लिए मशीनरी फरवरी माह में स्थापित कर दी गई थी व इसके बाद मार्च में इसका ट्रायल भी हुआ। इसके बाद उद्योगों में कर्मचारियों को हालमार्क लगाने की मशीनों का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। विभाग का आनलाइन पोर्टल बनने के बाद इस पर शराब उत्पादन से बिक्री तक की जानकारी उपलब्ध रहेगी। शराब की पेटियों पर भी उत्पादन के बाद होलाग्राम लगाया जाएगा।
सोलन में वर्तमान में चार उद्योगों में होता है शराब उत्पादन
जिला सोलन में वर्तमान में चार उद्योगों में शराब उत्पादन होता है, जिसमें से एक उद्योग में ट्रेक एडं ट्रेस पालिसी के तहत उत्पादन शुरू हो गया है। शेष उद्योगों में जल्द कार्य शुरू होगा। वहीं एक मई से विभाग ने पोर्टल पर सारा डाटा आनलाइन कर दिया है। अब परमिट जारी करने से लेकर सभी भुगतान भी आनलाइन माध्यम से होंगे। -देवकांत पी. खाची, उप आयुक्त जिला आबकारी एंव कराधान विभाग।