कार्यालय की दीवारों पर उग गई झाड़ियां
उग रहा है दरोदीवार पे सब्जा गालिब, हम बहाबा में है और घर में बहार आई है।
ओमपाल सिंह, नालागढ़
उग रहा है दर-ओ-दीवार पे सब्जा गालिब, हम बयाबां में हैं और घर में बहार आई है। शायर मिर्जा गालिब की यह पंक्तियां नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग के कार्यालय पर सटीक बैठती हैं।
नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग के कार्यालय में गंदगी फैली हुई है। इसकी दीवारों पर पौधे उग गए हैं। निर्मल भारत अभियान को नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग ठेंगा दिखा रहा है। विभाग के कार्यालय व परिसर में चारों ओर गंदगी फैली हुई है। यहां पर आने वाले लोगों को बदबू का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी इस बात की है कि बीबीएन से हर वर्ष एक हजार करोड़ रुपये का राजस्व जाता है। छह से अधिक निरीक्षक व संयुक्त निरीक्षक यहां बैठते हैं। कार्यालय के बाहर नाली से गंदे पानी से बदबू आती है। यहां काम से आने वाले लोगों को भी असुविधा होती है। पहली मई को राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने नालागढ़ से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी, लेकिन यह शुरुआत मात्र कागजों तक ही सीमित होकर रह गई है। कार्यालय को देखकर नहीं लगता है कि कभी यहां सफाई हुई है। बताया जा रहा है कि कार्यालय में दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं। कार्यालय की पुताई का कार्य तो दूर की बात दीवारों पर काई व उगे पौधे भी नहीं हटाए गए हैं।
नालागढ़ विकास मंच के अध्यक्ष नरेश घई, हिम परिवेश के अध्यक्ष जगजीत सिंह, महासचिव बालकृष्ण, नराता राम, विनोद ठाकुर, जिला परिषद के सदस्य यशवंत बावा ने बताया कि सरकारी कार्यालयों का यह हाल है तो लोगों को क्या संदेश जाएगा। आबकारी एवं कराधान विभाग के एटीसी अरुण कटोच ने बताया कि भवन किराये पर है और ऊपर वाला हिस्सा आइपीआर विभाग का है। पहले यहां पर एक ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था लेकिन अब एक बद्दी से भेजा गया है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। विभाग ने नए भवन के निर्माण के लिए एस्टीमेट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा है।