Move to Jagran APP

उद्योगपतियों के लिए खोले द्वार, किसानों को भी दरकार

हिमाचल और हरियाणा की सीमा पर बसे बददी बरोटीवाला के किसानों के लिए लॉकडाऊन लगातार आफत बनता जा रहा है। सरकार ने आवागमन के लिए सिर्फ दो बैरियर ही रखे हुए हैं जिसमें बददी बैरियर के अलावा नालागढ़ का दभोटा बैरियर है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 05:04 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 07:49 AM (IST)
उद्योगपतियों के लिए खोले द्वार, किसानों को भी दरकार
उद्योगपतियों के लिए खोले द्वार, किसानों को भी दरकार

संवाद सहयोगी, बद्दी : हिमाचल और हरियाणा की सीमा पर बसे बद्दी-बरोटीवाला के किसानों के लिए क‌र्फ्यू लगातार आफत बनता जा रहा है। सरकार ने आवागमन के लिए सिर्फ दो बैरियर ही रखे हुए हैं, जिनमें बद्दी बैरियर के अलावा नालागढ़ का दभोटा बैरियर है। यहां बरोटीवाला, कालुझिडा, मंधाला व सूरजपुर पंचायत के किसान बरोटीवाला बैरियर से होकर नहीं आ-जा सकते। उनको कहा जाता है कि 15 किलोमीटर घूमकर बद्दी बैरियर से जाओ।

loksabha election banner

ग्राम पंचायत मंधाला के किसान नेता हरबंस लाल मैहता, सुरजीत सिंह व बिदर सिंह ने बताया कि उनकी जमीन हिमाचल के साथ हरियाणा में भी है। उनको हरियाणा नहीं जाने दिया जाता और अगर वे जाते हैं तो वापस आने नहीं दिया जाता, जबकि केंद्र सरकार के आदेश हैं कि किसानों की आवाजाही में किसी भी प्रकार विघन न डाला जाए। किसानों ने कहा कि मंधाला व कालुझिडा बैरियर से किसानों का आवागम बाधित न हो यह काम पुलिस प्रशासन का है। हर बैरियर पर पुलिस के दो कर्मचारी हैं, वे रजिस्टर में हमारे नाम, पता नोट कर लें और खेती करने दें।

-------

खाद लाना हुआ मुश्किल

किसान नेता हरबंस लाल मैहता ने कहा कि मेरा घर बार्डर पर है और समस्त खाद हरियाणा से आती है। मेरे घर के पास से हरियाणा की एंट्री है, लेकिन मेरा कोई भी टिप्पर हिमाचल नहीं आने दिया जाता है, जबकि उद्योगपतियों के लिए प्रशासन ने सारे दरवाजे खोल रखे हैं। मुझे कहा जाता है कि कमर्शियल वाहन बद्दी बैरियर से होकर जाएंगे। ऐसे में टिप्पर वाला दो हजार रुपये अधिक मांगता है। यह जिला प्रशासन सोलन का कहां का न्याय है।

गन्ने की फसल अब चारा बन गई

पंचायत भटौली कलां के किसान बिदर, रविंद्र व सुरजीत ने बताया कि उनकी जमीन बार्डर पर गोरखनाथ व लहरौण्डी में है। वहां कई बीघा में गन्ना उगाया है। प्रदेश सरकार की किसानों के प्रति उदासीनता के कारण गन्ना खराब हो गया है। अब पशु चारा बनकर रह गया है। एक अन्य किसान ने कहा उसकी कालुझिडा बार्डर पर खुदाबक्श हरियाणा में कई बीघा जमीन है, लेकिन हम वहां आ-जा नहीं सकते।

---------

किसानों की समस्याओं को हल किया जाएगा। जिला प्रशासन हर वर्ग के प्रति संवेदनशील है। किसान हमारे देश का अन्नदाता है, इनकी दिक्कतों को जल्द ही हल किया जाएगा।

-विवेक चंदेल, एडीएम सोलन।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.