एक हजार एनपीएस कर्मी आज देंगे सांसद के घर दस्तक
जागरण संवाददाता, सोलन : न्यू पेंशन सर्विस यानी एनपीएस कर्मियों के रविवार को देशव्यापी उपवास
जागरण संवाददाता, सोलन :
न्यू पेंशन सर्विस यानी एनपीएस कर्मियों के रविवार को देशव्यापी उपवास कार्यक्रम के तहत शिमला संसदीय क्षेत्र के करीब एक हजार से अधिक कर्मचारी सांसद वीरेंद्र कश्यप के घर दस्तक देंगे। तीन जिलों शिमला, सोलन व सिरमौर से लोग सुबह चंबाघाट में एकत्रित होंगे और बसाल स्थित सांसद के घर की तरफ जाएंगे। करीब साढे आठ से नौ बजे का समय एनपीएस कर्मियों ने सांसद से मिलने का तय किया है। एनपीएस कर्मचारी एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि वह पिछले 15 वर्षो से लंबित अपनी पेंशन बहाली के मसले को लेकर सांसद से मिलेंगे। गत 15 मई 2003 से अब तक की पेंशन बहाली उन्हें की जानी चाहिए।
वहीं अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला सोलन की बैठक जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें निर्णय लिया गया की हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के आहवान पर जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ प्रदेश के कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए एनपीएस के अन्तर्गत तैनात सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना के अन्तर्गत लाने के लिए सरकार से आग्रह करता है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि उनकी माग का संघ नैतिक तौर पर समर्थन करता है। कर्मचारी संघ के प्रधान जेके ठाकुर ने बताया कि लोकसभा सांसद वीरेंद्र कश्यप के आवास पर एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम में वह अपना भरपूर सहयोग देंगे। महासंघ की तरफ से एनपीएस व सीपीएस कर्मचारी एसोसिएशन के इस कार्यक्रम के लिए वह चंबाघाट चौक के निकट सुबह आठ बजे एकत्रित होंगे और उसके बाद बसाल स्थित उनके आवास की तरफ बढे़ंगे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा के अतिरिक्त जिला महासचिव टिक्कम ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवम शहरी इकाई के अध्यक्ष घनश्याम मेहता एवं शहरी इकाई के महासचिव नलिन शुक्ला, मुख्य सलाहकार सुभाष शर्मा एवम राम लाल वशिष्ठ, सलाहकार वेद पाठक, धनी राम चौहान सहित अन्य मौजूद रहे।
लोकसभा में करेंगे मामले पर चर्चा : सांसद
शिमला संसदीय क्षेत्र के लोक सभा सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि उनका सिरमौर का प्रस्तावित दौरा है। यह पहले से प्रस्तावित है, लेकिन फिर भी वह एनपीएस कर्मचारियों से मिलने के बाद ही अगले कार्यक्रम के लिए रवाना होंगे। एमपी ने कहा कि वह कर्मचारियों का ज्ञापन लेंगे और इस मसले पर वह लोकसभा में गंभीर रूप से चर्चा करेंगे।