59 साल से किराये के भवन में बंट रहा ज्ञान
दो विभाग पुराने उपायुक्त कार्यालय में स्थानांतरित, जर्जर भवन में हैं पुस्तकालय कार्यालय, रीडर रूम व मुख्य विभाग।
सोलन, आशुतोष डोगरा। सोलन के माल रोड स्थित केंद्रीय राज्य पुस्कालय 59 साल से किराये के भवन में ज्ञान बांट रहा है। पुराने व जर्जर भवन में चल रहे इस पुस्तकालय में रोज सैकड़ों बच्चे, बुजुर्ग व युवा ज्ञान अर्जित करने आते हैं। मोती लाल नेहरू केंद्रीय राज्य पुस्तकालय में एक लाख 24 हजार से अधिक किताबें हैं। पुस्तकालय में रोज 200 से अधिक पाठक आते हैं। हालांकि कुछ समय पहले पुस्तकालय के दो विभाग पुराने उपायुक्त कार्यालय में स्थानांतरित कर दिए हैं, लेकिन पुस्तकालय कार्यालय, रीडर रूम व मुख्य विभाग अभी तक पुराने जर्जर भवन में चल रहे हैं।
भवन में कई जगह लकड़ी उखड़ गई है। किराये का भवन होने के कारण पुस्तकालय प्रबंधन को रखरखाव करवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रदेश में एजुकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध सोलन शहर के केंद्रीय राज्य पुस्तकालय का हर साल करीब 72000 रुपये दिया जा रहा है।
10 साल से खाली चीफ लाइब्रेरियन का पद 2008 से चीफ लाइब्रेरियन का पद खाली है। पुस्तकालय प्रबंधन ने मामला कई बार शिक्षा विभाग से उठाया पर अभी तक कुछ नहीं हुआ।
महफूज नहीं बेशकीमती किताबें केंद्रीय राज्य पुस्तकालय में बेशकीमती किताबें महफूज नहीं हैं। जर्जर भवन होने के कारण किताबों को खतरा है। मौजूद भवन आग लगने व अन्य प्राकृतिक आपदा को झेलने वाला नहीं है। यहां रोजाना सैकड़ों लोग पढ़ने के लिए आते हैं। हालांकि पुस्तकालय के चिल्ड्रन सेक्शन को पुराना उपायुक्त कार्यालय भवन में शिफ्ट दिया है। प्रशासन द्वारा पुस्तकालय को पुराने उपायुक्त कार्यालय में शिफ्ट करने की बात कही गई थी, लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
केंद्रीय राज्य पुस्तकालय का नया भवन बनाने के लिए विभाग को सूचित कर दिया गया है। पुस्तकालय अभी किराये के भवन में पुस्तकालय चल रहा है। अन्य समस्याओं को दूर करने का प्रयास भी किया जाएगा।
-नीलम कौशिक, कार्यकारी चीफ लाइब्रेरियन एवं प्राचार्या सोलन कॉलेज।