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चांदपुरी के निधन से कसौली मायूस

1971 में भारत पाक युद्ध के हीरो रहे व लोंगेवाला पोस्ट पर पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड जवाब देने वाले ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी का चंडीगढ़ में शनिवार को निधन हो जाने से कसौली में भी दुख व मायूसी छाई रही। ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी का पर्यटन नगरी कसौली से भी गहरा नाता था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 08:11 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 08:11 PM (IST)
चांदपुरी के निधन से कसौली मायूस
चांदपुरी के निधन से कसौली मायूस

मनमोहन वशिष्ठ, सोलन

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1971 में भारत-पाक युद्ध के हीरो रहे व लोंगेवाला पोस्ट पर पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब देने वाले ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी का चंडीगढ़ में शनिवार को निधन होने से कसौली में भी मायूसी छाई रही। ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी का पर्यटननगरी कसौली से भी गहरा नाता था। वह देश के सबसे पुराने व ऐतिहासिक क्लबों में शूमार कसौली क्लब के सदस्य थे लिहाजा वे कसौली आते-जाते रहते थे। उनका यूं चले जाना उनके कसौली के मित्रों को अंदर तक झकझोर गया। वे कई साल से कसौली में मकान बनाने का सपना संजोए हुए थे लेकिन वह अधूरा ही रह गया।

कसौली क्लब के वह 2009 से सदस्य थे। कसौली क्लब के सदस्य व होटल ब‌र्ड्स व्यू कसौली के मालिक अमरदीप ¨सह गिल ने कहा कि उन्होंने अपना बेहतर दोस्त खो दिया। हर दूसरे-तीसरे दिन उनके साथ बातचीत होती थी।

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देशभक्ति का जज्बा था कायम

ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी ने कसौली में बीते वर्ष बातचीत के दौरान कहा था कि देशसेवा के लिए आज भी उनका मन रह रहकर आवाज देता है। उनका कहना था कि देशभक्ति के जज्बे का ही दम था कि मुठ्ठीभर भारतीय सेना के जवानों ने हजारों पाक सैनिकों के छक्के छुड़ा दिए थे। उनका कहना था कि वे आज भी बॉर्डर पर दुश्मनों को उनकी औकात दिखाने का दम रखते हैं और देश की ओर बुरी नजर उठाने वाले के दांत खट्टे कर सकते हैं। उन्होंने युद्ध के समय के दुश्मन के हमलों के निशान भी अपने शरीर पर दिखाए थे जो उन्हें लोंगेवाला पोस्ट पर हुए हमले के दौरान मिले थे।

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तीन हजार पर भारी पड़े थे 120

ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी ने उस समय बातचीत में बताया था कि चार दिसंबर 1971 की रात को जब पाकिस्तान की सेना ने भारतीय बॉर्डर को पार कर लिया और वे लोंगेवाला पोस्ट पर अपना कब्जा करने के लिए जब बढ़ रहे थे तब पंजाब रेजीमेंट की 23वीं बटालियन ने दुश्मनों को लोहे के चने चबा दिए थे। बटालियन का नेतृत्व तत्कालीन मेजर कुलदीप ¨सह चांदपुरी ने किया था जिन्होंने अपने 120 सैनिकों के साथ तीन हजार पाक सैनिकों जिनके पास 45 टैंक थे, का सारी रात डटकर मुकाबला किया। पाक सेना का प्लान राजस्थान के लोंगेवाला पोस्ट पर नाश्ता, जैसलमेर में लंच व जोधपुर में डिनर का था लेकिन कुलदीप ¨सह चांदपुरी ने सारी रात अपने सैनिकों को मोटीवेट कर दुश्मनों को आगे बढ़ने से रोक दिया था। सुबह होते ही भारतीय वायु सेना ने लोंगेवाला पोस्ट पर हमला कर पाक सैनिकों व उनके टैंकों का भारी नुकसान पहुंचाया था जिससे पाक सैनिक रणभूमि से भाग गए थे। चांदपुरी को भारत सरकार ने महावीर चक्र से सम्मानित किया था। उनके साथ पांच अन्य सैनिकों व जेसीओ को भी उनके साहस के लिए सरकार ने सम्मानित किया था।

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चांदपुरी के जीवन पर बनी बॉर्डर फिल्म

1997 में जेपी दत्ता के निर्देशन में बनी बॉर्डर फिल्म ब्रिगेडियर कुलदीप ¨सह चांदपुरी के जीवन पर बनी है जिसमें चांदपुरी का किरदार दमदार अभिनेता सन्नी देओल ने निभाया है। उनका कहना कि युवाओं को नशे से दूर रहकर देश सेवा के लिए आगे आना चाहिए। उन्हें कसौली की वादियां बहुत लुभाती थी व अक्सर वे अपने मित्र अमरदीप ¨सह गिल के होटल ब‌र्ड्स व्यू में आकर ठहरते थे।


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