सोलन में चहेतों को ऑटो परमिट देने पर भड़की कांग्रेस
संवाद सहयोगी, सोलन : सोलन में भाजपा नेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए प्रशासन नियमों को द
संवाद सहयोगी, सोलन : सोलन में भाजपा नेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए प्रशासन नियमों को दरकिनार कर रेवड़िया बांटने में लगा है। ये आरोप शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान नगर परिषद सोलन के पूर्व पार्षद व जिला कांग्रेस के मीडिया प्रभारी अमन सेठी और पूर्व शहरी कांग्रेस अध्यक्ष मंजुल अग्रवाल ने भाजपा पर लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आरटीए की बैठक में भाजपा नेता व वार्ड एक पूर्व पार्षद सहित एक अन्य को ऑटो के परमिट जारी किए हैं जो बेरोजगारों के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि करीब 12 वर्षो से नए ऑटो परमिट जारी होने पर रोक लगी हुई है, लेकिन ऐसा क्या कारण रहा कि सभी नियमों को ताक पर रखते हुए दो नए ऑटो परमिट जारी कर दिए गए। इनमें से एक भाजपा नेता व वार्ड नंबर एक से पूर्व पार्षद व एक अन्य को दिया गया है। उन्होंने कहा कि यूं तो भाजपा युवाओं व बेरोजगारों की हितैषी बनने का दावा करती है। वहीं, चहेतों व संपन्न लोगों को नियमों की अनदेखी कर ऑटो परमिट जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि आरटीओ कार्यालय सोलन में एक हजार के करीब आवेदकों ने पिछले 7-8 वर्षो से नए ऑटो परमिट के लिए आवेदन कर रखा है। उन्होंने कहा कि मात्र एक दिन के लिए परमिट का बैन खोलकर चहेतों को लाभ दिया गया है।
जून में हुई थी आरटीए की बैठक
अमन सेठी ने कहा कि गत जून माह में आरटीए की बैठक के दौरान परमिट जारी करने का निर्णय लिया गया था और 29 अगस्त को इसकी नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारी किसके दबाव में यह कार्य कर रहे है। इसकी भी जाच होनी चाहिए। उन्होने कहा कि सीएम को इस मामले में जाच करवानी चाहिए और 72 घटे के भीतर इस परमिट को रद्द करवाना चाहिए। यदि प्रदेश सरकार इस मामले में कार्रवाई नहीं करेगी तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। बेराजगारों को नहीं मिल रहे परमिट
बेरोजगार लोगों के लिए आटो परमिट पर बैन लगा हुआ है व और वहीं भाजपा नेता व एक अन्य परमिट जारी कर दिया है। आरटीए की बैठक में यह परमिट जारी किए हैं। इन परमिट को जारी हुए हालाकि दो माह से अधिक का समय हो चुका है लेकिन इसको लेकर शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ चुका है। सोलन व कसौली शहर में आटो परमिट पर बैन लगा हुआ है। आरटीए ने यह दोनों परमिट देवठी क्षेत्र के जारी किए है। देवठी क्षेत्र के 20 किलोमीटर के दायरे में ऑटो चलाने की अनुमति मिली है। सोलन से देवठी की दूरी महज 10 किलोमीटर है। इससे स्पष्ट है कि यह दोनों आटो सोलन शहर में भी चल सकते है, भले ही परमिट देवठी का मिला हो। शूलिनी ऑटो यूनियन भी लगातार इसका विरोध कर रही है। सोलन शहर में ऑटो की संख्या करीब 280 है।
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जून में हुई आरटीए की बैठक में देवठी क्षेत्र के लिए दो परमिट जारी हुए है। आरटीए की बैठक में यह फैसला हुआ है उसके बाद ही परमिट जारी किए गए है।
-सुरेश सिंघा, आरटीओ सोलन।