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आबकारी एवं कराधान विभाग नालागढ़ का कार्यालय बना गंदगी का अड्डा

नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग के कार्यालय में गंदगी का माहौल बना हुआ है। दीवारों पर पेड़ उग गए है। कूड़े के ढेर लगे हुए है। इससे साफ जाहिर है कि लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले सरकारी विभागों के जब यह हाल है तो अन्य लोगों को क्या संदेश देंगे। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के स्वच्छता अभियान को नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग ठेंगा दिखा रहा है। विभाग के कार्यालय व परिसर में चारों ओर गंदगी फैली हुई है। यहां पर आने वाले लोगों को दुंगर्ध का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी इस बात की है कि बीबीएन से हर वर्ष एक हजार करोड़ रुपये का राजस्व जाता है। इस

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 04:17 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 04:17 PM (IST)
आबकारी एवं कराधान विभाग नालागढ़ 
का कार्यालय बना गंदगी का अड्डा
आबकारी एवं कराधान विभाग नालागढ़ का कार्यालय बना गंदगी का अड्डा

ओमपाल ¨सह, नालागढ़

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नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग के कार्यालय गंदगी का अड्डा बन गया है। इसकी दीवारों पर पेड़ उग गए हैं तो जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। निर्मल भारत अभियान को नालागढ़ स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग ठेंगा दिखा रहा है। विभाग के कार्यालय व परिसर में चारों ओर गंदगी फैली हुई है। यहां पर आने वाले लोगों को बदबू का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी इस बात की है कि बीबीएन से हर वर्ष एक हजार करोड़ रुपये का राजस्व जाता है। आधा दर्जन से अधिक निरीक्षक व संयुक्त निरीक्षक यहां बैठते हैं लेकिन कूड़े के कार्यालय के साथ दीवार से ढेर लगे हुए हैं। कार्यालय के बाहर नाली से गंदे पानी से बदबू आती है। इससे यहां पर अपने काम से आने वाले लोगों को नाक सिकोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता है। पहली मई को राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने नालागढ़ से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी लेकिन यह शुरुआत मात्र कागजों तक ही सीमित हो कर रह गई है। कार्यालय को देखकर नहीं लगता है कि कभी यहां पर सफाई हुई है। बताया जा रहा है कि कार्यालय दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं। कार्यालय की पुताई का कार्य तो दूर की बात दीवारों पर काई व उगे हुए पौधे भी नहीं हटाए गए है।

नालागढ़ विकास मंच के अध्यक्ष नरेश घई, हिम परिवेश के अध्यक्ष जगजीत ¨सह, महासचिव बालकृष्ण, नराता राम, विनोद ठाकुर, जिला परिषद के सदस्य यशवंत बाबा ने बताया जब सरकारी कार्यालयों का यह हाल है तो आम लोगों को यह अधिकारी क्या संदेश देंगे।

उधर, आबकारी एवं कराधान विभाग के एटीसी अरुण कटोच ने बताया कि उनकी यह बि¨ल्डग किराये पर है और ऊपर वाला हिस्सा आइपीआर विभाग का है। पहले यहां पर एक ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था लेकिन अब एक बद्दी से भेजा गया है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। विभाग ने नई बि¨ल्डग के निर्माण के लिए एस्टीमेट बना कर उच्च अधिकारियों को भेजा है।


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