दीपावली के लिए दमकल विभाग के 150 जवानों ने संभाला मोर्चा
दीपावली के लिए अग्निशमन विभाग ने कमर कस ली है। 150 कर्मचारियों के लिए डयूटी लगाई गई है।
विनोद कुमार, सोलन
दीपावली पर्व के लिए अब कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में अग्निशमन विभाग ने भी कमर कस ली है। जिला सोलन में दमकल विभाग के करीब 150 जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। दमकल विभाग के अधिकारियों की मानें तो दीपावली पर्व से पहले आग की घटनाओं से निपटने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। सभी उपकरणों व दमकल वाहनों का निरीक्षण किया गया है। जिले में खराब पड़े फायर हाइड्रेंट को ठीक करने के लिए संबंधित निकाय व प्रशासन को लिखित में अवगत कर लिया गया था। फायर हाइड्रेंट ठीक करने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।
विभाग का कहना है कि आग की घटनाओं से निपटने के लिए कर्मी 24 घंटे तैयार हैं। इसके लिए जिले में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। दीपावली पर्व से पूर्व जिला मुख्यालय सोलन सहित अन्य बाजारों में इन दिनों ग्राहकों की भीड़ है। दीपावली पर्व के दौरान आग की घटनाओं का अंदेशा भी बढ़ जाता है। जिला प्रशासन द्वारा भी चिह्नित स्थानों पर ही पटाखों की बिक्री करने के आदेश पहले ही जारी कर दिए गए हैं।
नगर निगम सोलन के वाटर सप्लाई सुपरवाइजर धर्मपाल सिंह का कहना है शहर में खराब पड़े चार फायर हाइड्रेंट को ठीक कर लिया गया है। वहीं हिमाचल होमगार्ड के कंमाडेंट शिव कुमार का कहना है कि अग्निशमन विभाग द्वारा जिले में आग की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि दीपावली पर्व के लिए विभाग द्वारा गठित टीमों की तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं सभी जवानों की छुट्टियां दीपावली तक रद कर दी गई हैं। सोलन में खराब पड़े फायर हाइड्रेंट को निगम ने किया ठीक
नगर निगम सोलन के अंतर्गत खराब पड़े पांच फायर हाइड्रेंट में से चार को वीरवार शाम तक निगम द्वारा ठीक कर लिया गया था। वहीं एक फायर हाइड्रेंट को शुक्रवार सुबह तक बदला जाएगा। दमकल विभाग सोलन द्वारा नगर निगम व प्रशासन को पिछले दिनों खराब पड़े फायर हाइड्रेंट को बदलने के संबंध में पत्र के माध्यम से सूचित किया गया था। इसके बाद निगम के कर्मचारियों ने शहर में खराब फायर हाइड्रेंट को ठीक कर दिया है। विभाग की मानें तो सोलन शहर में 26 फायर हाइड्रेंट हैं, जिसमें से मुख्य बाजारों के निकट पांच हाइड्रेंट काफी दिन से खराब थे। इस कारण दमकल विभाग को वाहनों में पानी भरने के लिए शहर से बाहर जाना पड़ता था।