सिरमौर जिले का पिछड़ापन दूर करने के लिए किए कई कार्य
हिमाचल के निर्माण के बाद से दशकों तक पिछड़ेपन का शिकार रहे जिला सिरमौर के विकास में वीरभद्र सिंह ने अहम योगदान दिया है।
जागरण संवाददाता, नाहन : हिमाचल के निर्माण के बाद से दशकों तक पिछड़ेपन का शिकार रहे जिला सिरमौर को गति देने में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अहम योगदान रहा है। जिला सिरमौर में आज जितने भी बड़े प्रोजेक्ट हैं उनके निर्माण तथा उनकी स्वीकृति दिलाने में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अहम रोल निभाया था। जिले के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए वीरभद्र सिंह ने बीआरजीएफ प्रोजेक्ट शुरू करवाया। इस प्रोजेक्ट के तहत जिले में कई योजनाएं शुरू कर विकास की एक अहम गाथा लिखी। साक्षरता दर को बढ़ाने, स्कूल छोड़ चुके छात्रों तथा अनपढ़ लोगों को पढ़ाने के लिए डीपीईपी योजना तैयार की गई, जिससे जिला में साक्षरता दर में काफी वृद्धि हुई।
जिला सिरमौर के लिए आइआइएम तथा नाहन मेडिकल कालेज की स्वीकृति के लिए वीरभद्र सिंह ने केंद्र सरकार में अहम भूमिका निभाई। ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली पहुंचाने के लिए प्रदेश में 33 केवी विद्युत सब स्टेशन की शुरुआत भी वीरभद्र सिंह ने की थी। इसके साथ ही सेब, प्लम, आडू व नाशपाती को अहम स्थान दिलाने के लिए बागवानी मिशन तथा प्रदेशभर के शहरों में लाइट्स के प्रविधान के लिए राजीव गांधी शहरी मिशन शुरू किया गया था।
वीरभद्र सिंह ने जब पहली बार प्रदेश की कमान संभाली तो उन्होंने कांग्रेस पार्टी में नई जान डाली। छात्रों को उच्च शिक्षा देने के लिए पांवटा साहिब, राजगढ़, संगड़ाह, शिलाई, भरली व सराहां में कालेज खोले। इसके साथ ही वर्षो से स्कूल के भवन में चल रहे नाहन पीजी कालेज को आधुनिक भवन बनाकर भी पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने दिया। दिल्ली को पानी मिले, राजस्थान का सूखा खत्म हो इसके लिए वीरभद्र सिंह ने दिल्ली तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री के साथ मिलकर श्रीरेणुकाजी डैम प्रोजेक्ट को स्वीकृति प्रदान करने तथा इसके निर्माण का रास्ता भी साफ करवाया।
जिला सिरमौर में कई सड़कें, स्कूल व स्वास्थ्य संस्थान भी वीरभद्र सिंह की देन हैं। इसके अतिरिक्त पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में एक साथ ही दो ब्लाक, दो तहसील व दो उप तहसील भी वीरभद्र सिंह ने ही जिले को दी थीं। अब पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में राजगढ़ व सराहां में दो एसडीएम कार्यालय भी हैं। कांग्रेस के विधायक हर्षवर्धन चौहान, विनय कुमार तथा पूर्व विधायकों में गंगूराम मुसाफिर को वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस पार्टी में अहम स्थान देते हुए सरकार में विभिन्न पदों से भी नवाजा।