हिमाचल पुलिस के हनीट्रैप में फंसे आरोपी
चेटिंग से पुलिस को मालूम हुआ कि यह आरोपी अक्सर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए बिहार से उत्तर भारत के राज्यों में आते हैं
By BabitaEdited By: Published: Fri, 09 Feb 2018 11:02 AM (IST)Updated: Fri, 09 Feb 2018 11:02 AM (IST)
v style="text-align: justify;">नाहन, राजन पुंडीर। हिमाचल पुलिस ने शातिर अपराधियों को पकडऩे के लिए अब उन्हीं की तरह शातिर तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में जिला सिरमौर पुलिस ने हनी ट्रैप के माध्यम से लंबे समय से एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों को अपने जाल में फंसाया। पुलिस सूत्रों के अनुसार हनी ट्रैप से अपराधियों को पकडऩे का यह हिमाचल प्रदेश में पहला मामला है।
इसमें शातिर अपराधियों को फेसबुक पर आइडी बनाकर पकडऩे का जाल बिछाया गया। सिरमौर पुलिस ने बिहार और दिल्ली में लंबे समय तक एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह की लोकेशन और इनके बारे में जानकारी हासिल की। फिर फेसबुक पर महिला मित्र हनी बनकर इनसे चैटिंग शुरू की। इसके बाद एटीएम ठगी गिरोह के सदस्य पुलिस के जाल में फंसना शुरू हो गए। पुलिस ने दो सप्ताह तक दिल्ली व बिहार के नवादा, गया व सीतामढ़ी में कई दिन तक गिरोह के सदस्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इनकी फेसबुक व वाट्सएप पर उनके दोस्तों के साथ होने वाली चेटिंग से पुलिस टीम ने इनकी गिरफ्तारी का जाल बुना। चेटिंग से पुलिस को मालूम हुआ कि यह आरोपी अक्सर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए बिहार से उत्तर भारत के राज्यों में आते हैं और घटना को अंजाम देकर वापस दिल्ली होते हुए भी बिहार चले जाते हैं।
जैसे ही मंगलवार देर रात को ठगी करने चारों आरोपी बिहार से दिल्ली पहुंचे तो आरोपियों की तलाश में पहले से दिल्ली पहुंच चुकी जिला सिरमौर की पुलिस टीम ने बुधवार को आरोपियों को धर दबोचा। दिल्ली में महिला मित्रों के साथ ऐश करने के चक्कर में ठगी गिरोह के सदस्य पुलिस की गिरफ्त में आ गए। नाहन में वीरवार को दिनभर पुलिस टीम उनसे ठगी के तरीके और कितना पैसा अब तक लोगों से ठगा से संबंधित छानबीन करती रही।
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