4 महीने तक कमांड अस्पताल में मौत से जिंदगी की जंग लड़ता सैनिक सचिन शर्मा हारा, नावल में होगा अंतिम संस्कार
जिला सिरमौर के पच्छाद उप मंडल का 25 वर्षीय सैनिक सचिन शर्मा पुत्र देव स्वरूप शर्मा निवासी नावल जिंदगी की जंग हार गया है। सोमवार देर शाम सैनिक ने आर्मी कमांड हॉस्पिटल चंडीमंदिर में अंतिम सांस ली। फरवरी माह में सचिन एक भयंकर हादसे का शिकार हो गया था।
नाहन, जागरण संवाददाता : जिला सिरमौर के पच्छाद उप मंडल का 25 वर्षीय सैनिक सचिन शर्मा पुत्र देव स्वरूप शर्मा निवासी नावल जिंदगी की जंग हार गया है। सोमवार देर शाम सैनिक ने आर्मी कमांड हॉस्पिटल चंडीमंदिर में अंतिम सांस ली।
फरवरी माह में सचिन एक भयंकर हादसे का शिकार हो गया था। घर से छुट्टी काट कर ड्यूटी के लिए जम्मू कश्मीर वापिस जा रहा सचिन शर्मा चलती ट्रेन में पंजाब के होशियारपुर के समीप बदमाशों की लूटपाट व महिला को छेड़छाड से बचाने के चलते घायल हो गया था। उल्लेखनीय है कि हादसे के कुछ समय बाद ही सचिन कोमा में चला गया था। उसके बाद उसके स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ था।
21 मई को की थी आखरी बातचीत
20 मई तक सचिन बिल्कुल ठीक था। तेजी से स्वास्थ्य में सुधार भी हो रहा था। 21 मई की सुबह भी सचिन ने बातचीत की, मगर इसके बाद धीरे-धीरे स्वास्थ्य बिगड़ता गया। 48 घंटे के भीतर ही सचिन ने संसार को त्याग दिया। पारिवारिक जानकारी के अनुसार 7 अप्रैल को सचिन के घर बेटी ने जन्म लिया। सचिन अपने पीछे डेढ़ महीने की बेटी, पत्नी नेहा शर्मा, मां कमलेश देवी के अलावा कॉलेज में पढ़ रही बहन साक्षी शर्मा को छोड़ गया है। चचेरे भाई जय प्रकाश और राजेश गौतम ने बताया कि सचिन परिवार का होनहार बेटा था।
अंबाला से जम्मू जा रहा था सचिन
उन्होंने कहा कि डेढ़ माह पहले ही पिता बना था। उनका कहना था कि 20 फरवरी 2023 को ट्रेन हादसा हुआ था। 72 टैंक रेजीमेंट से 4 राष्ट्रीय राइफल्स में प्रतिनियुक्ति पर सेवारत फौजी 20 फरवरी को करीब एक माह की छुट्टी के बाद वापस डयूटी पर लौट रहा था। इसके लिए सचिन ने अंबाला से जम्मू की ट्रेन ली थी। टांडा रेलवे स्टेशन से आगे सचिन की आंख खुली, तो पाया 2-3 व्यक्ति सवारियों के बैग को तलाश रहे थे। साथ ही महिलाओं से छेड़छाड कर रहे थे।
चलती ट्रेन से नीचे फेंका था
इस पर सचिन ने आपत्ति की तो झड़प हो गई। एक लुटेरे ने सचिन पर पीछे से सिर पर वार कर दिया, जिससे सचिन घायल हो गया। लुटेरों ने सचिन का पर्स निकाला, इसके बाद उसे अचेत अवस्था में चलती ट्रेन से ही नीचे फैंक दिया गया। रात भर पटरी के नजदीक पड़ा रहा। होश आने पर बहुत मुश्किल से समीप की एक गौशाला में पहुंचा। मौजूद लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। सचिन ने पूरी घटना यूनिट को भी बताई। लुटेरे बैग व पैसों के अलावा सचिन की सरकारी वर्दी भी ले गए थे।
अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार की राशी मिली
उधर पच्छाद उपमंडल के एसडीएम डॉ संजीव धीमान ने बताया कि सैनिक सचिन शर्मा की पार्थिव देह को मंगलवार शाम घर पहुंच गए हैं। बुधवार सुबह सैनिक का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उधर जिला सिरमौर सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक मेजर दीपक धवन ने बताया कि सैनिक के अंतिम संस्कार के लिए तुरंत ही 15 हजार की राशि जारी कर दी गई है। जल्द ही 5 लाख रुपए की राशि का चेक भी भेंट किया जाएगा।