अधूरे इंतजाम, आग से कैसे निपटें
सिरमौर जिला में अग्निशमन विभाग की हालत उस शिकारी की तरह है जिसके पास बंदूक तो नई तकनीक है मगर उसमें चलाने के लिए गोलियां नहीं है।
राजन पुंडीर, नाहन
जिला में अग्निशमन विभाग के पास आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए आधुनिक फायर टेंडर तो हैं, मगर उसमें पानी डालने के लिए पर्याप्त पानी नहीं है। 15 अप्रैल से फायर सीजन शुरू हो गया है, ऐसे में आबादी वाले क्षेत्रों व औद्योगिक क्षेत्र में आगजनी की घटनाओं से पार पाना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है। दमकल विभाग ने पानी की व्यवस्था के लिए संबंधित विभाग को अवगत न करवाया हो, बावजूद इसके दो माह पूर्व आइपीएच विभाग को हाइड्रेंडों को ठीक करने के लिए पत्र लिखा था, जिसका आज तक आइपीएच विभाग द्वारा न तो जवाब दिया गया, न ही कोई कारगर उपाय किया गया है। शहर के आधे से ज्यादा हाइड्रेंड बंद
नाहन में अग्निशमन विभाग की ओर से लगाए गए हाइड्रेंडों में आधे से ज्यादा बंद हैं। वर्तमान ने 38 हाइड्रेंट हैं, इनमें से केवल 18 चालू हालत में और 20 हाइड्रेंट बंद है। ऐसे में यदि आगजनी की कोई घटना हो जाती है, तो दमकल विभाग को उस पर काबू पाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। जिला मुख्यालय में आपात की स्थिति से निपटने के लिए केवल दो स्थानों पर पानी की व्यवस्था की गई है। डीसी सिरमौर के निवास के साथ व कोर्ट रोड के पास बने टैंक से ही अग्निशमन विभाग को पानी मिलता है। चार फायरटैंडर बुझाएंगे आग
जिला सिरमौर मुख्यालय नाहन में दमकल विभाग के पास तीन बड़े फायर टैंडर जिनमें एडवांस फायर टेंडर, वाटर विवो जार, कंबाइंड वाटर व एक क्विक रिस्पांस व्हीकल है, जो आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए सदैव मुस्तैद है। तीन बड़े फायर टैंडर की पानी की क्षमता नौ हजार, चार हजार पांच सौ और तीन हजार पांच सौ लीटर है। अत्याधुनिक वाटर टेंडर भी अग्निशमन विभाग के पास है। वहीं, तंग गलियों के लिए मोटरसाइकिल विद कैप उपलब्ध है।
अग्निशमन विभाग आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए तैयार है। नाहन शहर में पर्याप्त पानी की व्यवस्था न होने के कारण काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अग्निशमन विभाग नाहन लोगों को आग की घटनाओं से निपटने के लिए जागरूक करने के लिए फायर वीक भी मनाता है।
- मेहर सिंह उप अग्निशमन अधिकारी फायर स्टेशन नाहन।