चौगान मैदान में लगाई जाए हरी घास
शहर के सोशल एक्टिविस्ट प्रेमपाल महेंद्रु ने नाहन के चौगान मैदान में समय रहते हरी घास लगाने की मांग की है। प्रेमपाल महेंद्रु ने कहा कि पूर्व में शहर के चौगान मैदान को हरी घास लगाने के लिए बरसात में दो माह के लिए बंद कर दिया जाता था। जिससे कि यह मैदान हरी घास से भर जाता था। इससे यहां खेलने वाले युवाओं को जहां सुविधा होती थी वहीं चौगान के आस-पास से गुजरने वाले राहगीर और दुकानदार भी धूल-मिट्टी से बचे रहते थे। उन्होंने कहा कि लंबे अर्से के बाद दो साल पहले चौगान मैदान घास लगाई गई। लेकिन इसका कार्य देरी से शुरू किया। जिसके कारण चौगान मैदान को नाममात्र दिनों के लिए ही बंद रखा जा सका। इससे मैदान में हरी घास ढंग से नहीं हो पाई। उन्होंने जिला प्रशासन व नगर परिषद से इस साल समय पहले हरी घास लगाने की मांग की है। ताकि बरसात के दिनों में अधिक समय के लिए चौगान मैदान को बंद रखा जा सके।
जागरण संवाददाता, नाहन : शहर के सोशल एक्टिविस्ट प्रेमपाल महेंद्रु ने नाहन के चौगान मैदान में समय रहते हरी घास लगाने की मांग की है। प्रेमपाल महेंद्रु ने कहा कि पूर्व में शहर के चौगान मैदान को हरी घास लगाने के लिए बरसात में दो माह के लिए बंद कर दिया जाता था। जिससे कि यह मैदान हरी घास से भर जाता था। इससे यहां खेलने वाले युवाओं को जहां सुविधा होती थी, वहीं चौगान के आस-पास से गुजरने वाले राहगीर और दुकानदार भी धूल-मिट्टी से बचे रहते थे। उन्होंने कहा कि लंबे अर्से के बाद दो साल पहले चौगान मैदान में घास लगाई गई। लेकिन इसका कार्य देरी से शुरू किया। जिसके कारण चौगान मैदान को नाममात्र दिनों के लिए ही बंद रखा जा सका। इससे मैदान में हरी घास ढंग से नहीं लग पाई। उन्होंने जिला प्रशासन व नगर परिषद से इस साल समय पहले हरी घास लगाने की मांग की है ताकि बरसात के दिनों में अधिक समय के लिए चौगान मैदान को बंद रखा जा सके।